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पन्नू मामले में जांच के लिए अमेरिका पहुंच रहा है भारत का जांच दल, दिल्ली में पूर्व रॉ अधिकारी के गिरफ्तारी की ख़बर!

Gurpatwant Singh Pannun की हत्या की साजिश मामले में भारत की एक जांच कमेटी अमेरिका पहुंच रही है. ये कमेटी अमेरिका के दावों की जांच करेगी.

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Gurpatwant Singh Pannun, Indian probe team, Washington
पन्नू के हत्या की साजिश मामले में अमेरिका जाएगी भारत जांच एजेंसी (फाइल फोटो)
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रविराज भारद्वाज
15 अक्तूबर 2024 (Published: 10:48 AM IST)
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खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant singh pannun) की हत्या की साजिश मामले में भारत की एक जांच कमेटी अमेरिका जाएगी. ये कमेटी आज यानी 15 अक्टूबर को अमेरिका पहुंचेगी. ये कमेटी अमेरिका के उन दावों की जांच करेगी, जिसमें भारतीय नागरिक पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगा था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में (R&AW) के पूर्व अफसर विक्रम यादव को गिरफ्तार भी किया गया है.

अमेरिकी विदेश विभाग ने 14 अक्टूबर को इस बात की पुष्टि की. उनके मुताबिक भारतीय जांच कमेटी 15 अक्टूबर को वाशिंगटन का दौरा करेगी. विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा,

“भारतीय जांच समिति 15 अक्टूबर को वाशिंगटन का दौरा करेगी. यह यात्रा उस जांच का हिस्सा है, जहां वे मामले-विशेष पर अमेरिकी अधिकारियों से जानकारी हासिल करेंगे और अपनी जांच से संबंधित जानकारी साझा करेंगे. इसके साथ ही, भारत ने अमेरिका को सूचित किया है कि वो इस मामले में पूर्व सरकारी कर्मचारी के संलिप्तता की जांच कर रहे है. उनकी तरफ से मामले में जरूरी कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया गया है.”

अमेरिका ने लगाए थे आरोप

दरअसल, अमेरिका ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था. संघीय अभियोजकों का आरोप है कि निखिल गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक हत्यारे को 15,000 अमेरिकी डॉलर्स (12,52,958 रुपये) की सुपारी दी थी. आरोप ये भी हैं कि इस साजिश में एक भारतीय सरकारी अधिकारी भी शामिल था.  गुप्ता को पिछले साल जून में अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर  चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था. जबकि जून 2024 में निखिल को चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया. निखिल को न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में पेश किया गया था, जहां उन्होंने खुद को निर्दोष बताया. वो इस वक़्त ब्रुकलिन में संघीय मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद हैं.

ये भी पढ़ें: आतंकी पन्नू की धमकी पर हिंदू सांसद ने कहा, 'खालिस्तानी आतंकी कनाडा की धरती को दूषित कर रहे हैं'

भारत इस मामले में अपनी संलिप्तता से लगातार इनकार करता आया है. हालांकि अमेरिका की अपील के बाद भारत ने मामले को लेकर एक जांच कमेटी का गठन किया था. अप्रैल 2024 में वॉशिंगटन पोस्ट ने रिपोर्ट किया था कि रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) के पूर्व अफसर विक्रम यादव इस साजिश के पीछे हैं, और ये ऑपरेशन तत्कालीन R&AW प्रमुख सामंत गोयल की मंजूरी से हुआ था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में विक्रम यादव को दिल्ली में गिरफ्तार भी किया गया. गौरतलब है कि भारत के विदेश मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को खारिज किया था.

वीडियो: पन्नू की हत्या की साजिश में 'RAW अधिकारी का हाथ', अब आया भारत का जवाब

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