एजेंडा आजतक के मंच पर वीर सावरकर को लेकर चर्चा की गई. इस मौके पर इतिहासकार विक्रम संपत, चमन लाल और रंजीत सावरकर मौजूद रहे. इतिहासकार चमनलाल का कहना है कि सावरकर के साथ भगत सिंह के साथी भी अंडमान की जेल में बंद थे, लेकिन सावरकर उन क्रांतिकारियों से दूरी बनाकर रखते थे और सावरकर ने भगत सिंह के साथियों की भूख हड़ताल का समर्थन नहीं किया. देखिए वीडियो.