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कनाडा में रह रहे भारतीयों के लिए भारत सरकार की एडवाइजरी, कुछ इलाकों में ना जाने की हिदायत

एडवाइजरी में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों को अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा है. विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सरकार का बयान पोस्ट किया है.

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S Jaishankar and Justin Trudeau.
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो (फोटो - PTI)
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20 सितंबर 2023 (Updated: 20 सितंबर 2023, 22:55 IST)
Updated: 20 सितंबर 2023 22:55 IST
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भारत-कनाडा तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने आज, 20 सितंबर को कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एक एडवाइज़री जारी की है. कहा है कि वे अत्यधिक सावधानी बरतें और कनाडा के उन इलाक़ों की यात्रा करने से बचें, जहां भारत-विरोधी घटनाएं देखी गई हैं.

इससे पहले ख़बर आई थी कि कनाडा ने भी कनाडा के नागरिकों के लिए ऐसी ही एक एडवाइज़री जारी की थी. बहुत सारे सोशल मीडिया हैंडल्स और न्यूज़ संगठनों ने रिपोर्ट किया कि हालिया तनाव को देखते हुए ये नई एडवाइज़री जारी की गई है. मगर वो ख़बर ग़लत थी. असल में एडवाइज़री पुरानी थी. बस स्वास्थ्य संबंधित अपडेट किया गया था. बाक़ी सब पुराना था. दी लल्लनटॉप ने भी ये ख़बर रिपोर्ट की थी. असत्यापित ख़बर छापने के लिए हम अपने दर्शकों-पाठकों से क्षमाप्रार्थी हैं.

भारत ने क्या चेतावनी दी है?

विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सरकार का बयान पोस्ट किया है:

"कनाडा में भारत-विरोधी गतिविधियों, राजनीतिक अनदेखी के चलते बढ़ते हेट क्राइम और आपराधिक हिंसा के मद्देनज़र वहां मौजूद सभी भारतीय नागरिकों और यात्रा करने वाले लोगों से आग्रह किया जाता है कि वो अत्यधिक सावधानी बरतें.

 

हाल में विशेष रूप से उन भारतीय राजनयिकों और भारतीयों को टार्गेट किया गया है, जो भारत-विरोधी एजेंडे का विरोध करते हैं. इसलिए भारतीय नागरिकों को ये भी सलाह दी जाती है कि वे कनाडा के उन इलाक़ों की यात्रा करने से बचें, जहां ऐसी घटनाएं देखी गई हैं."

ये भी पढ़ें - ख़ालिस्तान पर भारत-कनाडा में तनाव के पीछे की असल वजह?  

विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रह रहे भारतीय छात्रों को भी सावधानी बरतने और सतर्क रहने के लिए कहा है. भारतीय नागरिकों और छात्रों को ओटावा में भारतीय उच्चायोग या टोरंटो और वैंकूवर में भारत के दूतावास में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कहा गया है. इससे उच्चायोग और दूतावास किसी भी आपातकालीन स्थिति में भारतीय छात्रों और रहवासियों से तुरंत जुड़ सकेगा.

रजिस्टर करने के लिए यहां क्लिक करें - madad.gov.in

ये भी पढ़ें - कनाडा-भारत तनाव के बीच NIA का बड़ा फैसला!

जब से कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 'ख़ालिस्तानी आतंकी' हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की ‘संलिप्तता’ का दावा किया है, तब से दोनों देशों के बीच स्थिति गंभीर है. आरोप लगाकर कनाडा ने भारत के एक टॉप डिप्लोमैट को कनाडा से निष्कासित कर दिया. पलट कर भारत सरकार ने कनाडा सरकार के आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया और कनाडा के एक सीनियर डिप्लोमैट को निष्कासित कर दिया.

डिप्लोमैटिक संबंधों में आई इस तनातनी के चलते कनाडा के अंदरूनी हालात को लेकर आशंकाएं पैदा हो रही हैं. वहां भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कनाडा में रह रहे हिंदुओं को भारत वापस जाने की धमकी दी है. साथ ही हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर एक रेफरेंडम पर 29 अक्टूबर को वोटिंग का आह्वान किया है.

वीडियो: 'हिंदुओं भारत जाओ' कनाडा से खुलेआम कौन धमकी दे रहा?

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