नहीं रहे अडानी भारत के सबसे अमीर आदमी, जानिए अंबानी ने कैसे पछाड़ा?

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिडेट के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) अब दुनिया में सबसे अमीर भारतीय बन गए हैं. फोर्ब्स रियल-टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के मुताबिक, दुनिया भर में अरबपतियों की लिस्ट में मुकेश अंबानी ने अडानी इंटरप्राइजेज के चेयरमैन (Gautam Adani) को पछाड़ दिया है. अंबानी अब अरबपतियों की लिस्ट में नौवें नंबर पर पहुंच गए हैं, जबकि गौतम अडानी अंबानी एक स्थान नीचे दसवें नंबर पर मौजूद हैं. यहां अंबानी की संपत्ति 6.88 लाख करोड़ रुपए है जबकि अडानी की 6.87 लाख करोड़ रुपए है.
ये तो बात हुई फोर्ब्स रियल-टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट की. अब एक नजर ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स पर भी डाल लेते हैं. 31 जनवरी को अडानी करीब 6.90 लाख करोड़ रूपए की संपत्ति की साथ अमीरों की लिस्ट में टॉप-10 से बाहर होकर 11वें नंबर पर आ गए थे. इतना ही नहीं, दुनिया के शीर्ष 500 सबसे अमीर पुरुष और महिलाओं की सूची में गौतम अडानी इतना पैसा गंवाने वाले इकलौते आदमी थे.
लेकिन ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स की तरफ से 1 फरवरी को अडानी के लिए राहत भरी ख़बर आई है. ताजा अपडेट के मुताबिक, अडानी वापस टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट में वापस आ गए हैं और दसवें नंबर पर मौजूद हैं. अडानी की कुल संपत्ति 6.91 लाख करोड़ रुपए हो गई है. वहीं मुकेश अंबानी इस लिस्ट में 13वें नंबर पर आ गए हैं. ब्लूमबर्ग ने अंबानी की कुल संपत्ति 6.66 लाख करोड़ रुपए बताई है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर
इससे पहले 2022 में गौतम अडानी की संपत्ति में करीब करीब 3.27 लाख करोड़ रुपये का उछाल आया था और वे दुनिया के इकलौते अरबपति थे जिनकी संपत्ति में एक साल में इतना बड़ा इजाफा हुआ था. अब ऐसा लगता है कि उन्होंने पिछले पूरे साल जितनी संपत्ति जोड़ी थी वह इस साल के पहले महीने में ही काफी हद तक साफ हो चुकी है.
जब से अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले सप्ताह 106 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की तब से लेकर अब तक अडानी समूह को अरबों का फटका लग चुका है. इससे गौतम अडानी को भी हर कारोबारी दिन अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है.
हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी ग्रुप की शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों पर काफी कर्ज है. आसमान छूते वैल्यूएशन वाले इन शेयरों को गिरवी रखकर कर्ज लिया गया है, जिससे पूरे ग्रुप की वित्तीय स्थिति मुश्किल में पड़ सकती है. शॉर्ट टर्म में कंपनी को कैश फ्लो के मामले में दिक्कत हो सकती है. अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर बहुत महंगे हैं. इनका वैल्यूएशन आसमान पर है. इसलिए फंडामेंटल एनालिसिस के हिसाब से इनमें 85 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.
दुनिया के सबसे अमीरों की बात करें तो फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग दोनों इंडेक्स में बर्नार्ड अर्नाल्ट सबसे ऊपर हैं. अर्नाल्ट लग्जरी सामान बनाने वाली लुई विटॉन के मालिक है. दूसरे नंबर पर टेस्ला और ट्विटर के मालिक एलन मस्क हैं. जबकि तीसरे नंबर पर अमेजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस हैं.
कैसे घटती है अरबपतियों की संपत्ति?
अब जानते हैं कि रातोंरात अमीरों की संपत्ति कैसे स्वाहा हो जाती है. दरअसल जब भी कोई आदमी कंपनी बनाता है तो शुरुआत में कंपनी का मालिक या तो खुद होता है या एक-दो फाउंडर या प्रमोटर होते हैं. लेकिन ज्यादातर बड़ी कंपनियां अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए शेयर मार्केट से पैसा जुटाती हैं. इसके लिए कंपनियों को आईपीओ लाना पड़ता है. इस आईपीओ के जरिये कंपनी शेयर का भाव तय करती है और अपने शेयरों को शेयर मार्केट में सूचीबद्ध करा लेती है. इस तरह से कंपनी का एक या दो मालिक नहीं, बल्कि कंपनी में पैसा लगाने वाले कई मालिक हो जाते हैं क्योंकि इसमें कई बड़े और लाखों छोटे निवेशकों का पैसा लगा होता है. हालांकि आमतौर पर कंपनी में ज्यादा हिस्सेदारी या शेयर मालिक के फाउंडर या प्रमोटर्स के होते हैं.
शेयर मार्केट में लिस्ट होने के बाद कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग होती है. इसलिए जब कंपनी के शेयर का भाव ऊपर नीचे जाता है तो कंपनी के मालिक की संपत्ति में भी घट-बढ़ होती है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद कई निवेशकों ने अडानी के शेयरों में ताबड़तोड़ बिकवाली की है. इस वजह से अडानी समूह की कंपनियों के शेयर काफी गिर चुके हैं. इससे अडानी की निजी संपत्ति में भी नुकसान हुआ है. यानी सीधे तौर पर देखें तो अडानी की संपत्ति का सीधा वास्ता अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों की कीमतों पर निर्भर है.
वीडियो: गौतम अडानी कैसे करते हैं कमाई, कंपनियों में क्या-क्या काम होता है?