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आंदोलन का 26वां दिन: भूख हड़ताल पर किसान, सरकार ने बातचीत का न्योता भेजा

किसान बारी-बारी से भूख हड़ताल करेंगे.

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तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान पिछले 26 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. (फोटो-इंडिया टुडे)
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डेविड
21 दिसंबर 2020 (Updated: 21 दिसंबर 2020, 06:52 AM IST) कॉमेंट्स
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किसान आंदोलन का 26वां दिन. यानी 21 दिसंबर से किसानों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर जहां-जहां प्रदर्शन चल रहा है, वहां किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं. 24 घंटे बाद अभी जो किसान भूख हड़ताल पर हैं वो उठ जाएंगे और दूसरे किसान बैठेंगे. इस तरह भूख हड़ताल चलता रहेगा. इस बीच किसानों से बातचीत के लिए सरकार ने चिठ्ठी भेजी है. किसान संगठन इस पर आज फैसला करेंगे.

ये किसान नेता आज 24 घंटे की भूख हड़ताल पर रहेंगे

1. जय किसान आंदोलन की रविंदरपाल कौर गिल 2.भारतीय किसान यूनियन एकता (सिद्धपुर) के अध्यक्ष जगजीत सिंह दलेवाल 3.कुलदीप सिंह दयाला, वित्त सचिव, दोआबा किसान यूनियन पंजाब 4.भारतीय किसान यूनियन पंजाब के अध्यक्ष फुरमान सिंह संधू 5.बूटा सिंह चक्र, राज्य नेता, पंजाब किसान यूनियन 6. डेमोक्रेटिक किसान सभा पंजाब के अध्यक्ष डॉ. सतनाम सिंह अजनाला 7.क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब के नेता अवतार सिंह कौरजीवाला 8.कीर्ति किसान यूनियन के भूपिंदर सिंह लोंगोवाल 9.दोआबा किसान समिति के अध्यक्ष जंगबीर सिंह चौहान 10.दोआबा किसान संघर्ष समिति के मुकेश चंद्र 11.कुल हिंद किसान सभा (बलनवाल) के बलजीत सिंह 12.लोक इंसाफ वेलफेयर के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा गृहमंत्री अमित शाह ने 20 दिसंबर को बंगाल में कहा था कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और किसानों के बीच एक-दो दिन में बैठक हो सकती है. इसके बाद कृषि मंत्रालय की ओर से किसान संगठनों को सरकार से बातचीत के लिए निमंत्रण भेजा गया है. तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसान संगठनों से अब तक की बातचीत का ब्योरा देते हुए लेटर में कहा गया है कि किसान संगठन अपनी सुविधा के अनुसार डेट तय कर लें ताकि बातचीत हो सके. और आंदोलन जल्द खत्म हो सके. लेटर भारत सरकार के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल की तरफ से भेजा गया है. इसे क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब के प्रेसिडेंट डॉक्टर दर्शनपाल को लिखा गया है. लेटर में अन्य किसान संगठनों के नाम हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी है. 21 दिसंबर को गाजियाबाद के एसपी सिटी, एडीएम किसानों से मिलने पहुंचे और उनसे बात की. किसानों का कहना है कि उनके समर्थकों के ट्रैक्टरों को रोका जा रहा है. वहीं पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ फिर आंदोलन में शामिल होंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक वह गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच सकते हैं. एक दिन पहले यानी 20 दिसंबर को जगह जगह उन किसानों को श्रद्धांजलि दी गई जिनकी जान किसान आंदोलन के दौरान चली गई. साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की गई कि 27 दिसंबर को जब पीएम मोदी ‘मन की बात’ करेंगे, किसान थाली बजाएंगे. भारतीय किसान यूनियन के जगजीत सिंह ने कहा था कि हम सभी से अपील करते हैं कि वो अपने घरों में उतनी देर ताली बजाएं जितनी देर पीएम मोदी अपने कार्यक्रम में बोलें. उन्होंने कहा था कि 25 दिसंबर से लेकर 27 दिसंबर तक हमने हरियाणा के सभी टोल प्लाजा फ्री करने का फैसला किया है. 23 दिसंबर को किसान दिवस है. किसान संगठनों ने अपील की है कि इस दिन देशभर के लोग एक दिन का उपवास रखें. 26 और 27 दिसंबर को किसान NDA में शामिल दलों के नेताओं से अपील करेंगे कि वो सरकार पर दबाव डालें और तीनों कानून वापस करवाएं. ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ भी प्रदर्शन शुरू करने की बात कही गई है. वहीं पंजाब में आढ़तियों पर छापेमारी के विरोध में किसान इनकम टैक्स ऑफिसों के बाहर भी प्रदर्शन करेंगे.

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