किसान आंदोलन: शाह के साथ मीटिंग बेनतीजा रही, अब आगे क्या होगा?
आज सरकार और किसान नेताओं के बीच जो मीटिंग होनी थी वो भी कैंसिल हो गई है

अब आगे क्या?
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, 9 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट की मीटिंग में किसानों के लिए सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा होगी. इसके बाद सरकार किसानों को लिखित में प्रस्ताव सौंप देगी. वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा,गृह मंत्री अमित शाह ने कल किसान संघों से बात की. सरकार आज किसान यूनियनों को एक लिखित प्रस्ताव देगी और वे इस पर विचार करेंगे. देश और किसानों के हित में जो कुछ भी होगा, उन सभी पर विचार किया जा रहा है.
वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा,Home Minister Amit Shah spoke to Kisan Unions yesterday about amendments. Govt will today give a written proposal to Kisan Unions & they'll think over it. Whatever will be in the interest of country & farmers, is being considered by all: Som Parkash, MoS, Commerce & Industry pic.twitter.com/VCdflPAxIP
— ANI (@ANI) December 9, 2020
सेंटर की ओर से जो ड्राफ्ट भेजा जाएगा उस पर विचार के लिए हम मीटिंग करेंगे. छठवें राउंड की मीटिंग कैंसिल हो गई है. ड्राफ्ट पर चर्चा के बाद कोई कदम उठाएंगे. उम्मीद है कि आज शाम 4-5 बजे तक स्थिति साफ हो जाएगी.
वहीं किसान मज़दूर संघर्ष कमिटी के सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा है,We'll hold a meeting over the draft that will be sent by Centre. That meeting (6th round of talks with Govt) is cancelled. Draft will be discussed & further course of action will be decided. We hope things will be clear by 4-5 pm today: Rakesh Tikait, Spox, Bharatiya Kisan Union pic.twitter.com/fWvDTbZaJw
— ANI (@ANI) December 9, 2020
सरकार इस समय हड़बड़ाहट में है, कल शाम बुलाई गई बैठक बेफायदा थी. प्रस्ताव भेजना था तो 6 या 7 दिसंबर को भेजते. अगर प्रस्ताव में संशोधन की बात आती है तो उससे बात नहीं बनेगी.
इससे पहले अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हनन मुल्ला ने कहा था,सरकार इस समय हड़बड़ाहट में है, कल शाम बुलाई गई बैठक बेफायदा थी। प्रस्ताव भेजना था तो 6 या 7 दिसंबर को भेजते। अगर प्रस्ताव में संशोधन की बात आती है तो उससे बात नहीं बनेगी: सुखविंदर सिंह सभरा, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब #FarmLaws pic.twitter.com/1O2sH36zZc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2020
कल बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. सरकार ने 10 दिसंबर को बैठक के लिए बोला है, अगर प्रस्ताव के बाद कुछ सकारात्मक निकल कर आता है तो कल बैठक हो सकती है.गृह मंत्री की संयुक्त किसान मोर्चा के 13 सदस्यों की मुलाक़ात हुई. इससे पहले 40 किसान नेता सरकार से बातचीत कर रहे थे. सिर्फ कुछ नेताओं की शाह से मुलाकात को लेकर विवाद हो गया है. पंजाब के सबसे बड़े किसान यूनियन भारती किसान यूनियन (उगराहां) के जोगिंदर सिंह उगराहां का कहना है कि किसान नेताओं को सरकार से बुधवार को तयशुदा औपचारिक बैठक से पहले अमित शाह से अनौपचारिक रूप से नहीं मिलना चाहिए था. उगराहां ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा,
कुछ किसान यूनियनों को अमित शाह ने अनौपचारिक बातचीत के लिए बुलाया था. अमित शाह से अनौपचारिक मुलाक़ात करने किसान यूनियनों को नहीं जाना चाहिए था.बिना आधिकारिक बातचीत के मिलना शक पैदा करता है.अमित शाह से मुलाकात के बाद किसान नेता बंटे हुए दिख रहे हैं. कहा जा रहा है कि आगे की रणनीति बनाने के लिए सरकार की ओर से भेजे जा रहे प्रस्ताव पर विचार होगा. फिर रणनीति तय होगी.