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मेकअप, गिफ्ट, गाड़ी... महुआ मोइत्रा पर एथिक्स पैनल की रिपोर्ट से बवाल, सांसदी छीनने का प्रस्ताव

एथिक्स पैनल ने सांसद दानिश अली के व्यवहार की निंदा की है. नियमों के उल्लंघन के लिए उन्हें चेतावनी दी गई है. इधर, महुआ मोइत्रा के मामले में CBI जांच की बात भी हो रही है.

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ethics panel draft report suggests mahua moitra disqualification from lok sabha danish ali
महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ीं (फोटो- PTI)
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ज्योति जोशी
9 नवंबर 2023 (Published: 08:51 AM IST) कॉमेंट्स
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पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने वाले मामले में एथिक्स पैनल की ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार है. खबर है कि उसमें महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की गई है. 500 पेज की रिपोर्ट में TMC सांसद के कामों को आपत्तिजनक, अनैतिक और आपराधिक करार दिया गया है. साथ ही उनके लिए कड़ी सजा की मांग की गई है. ड्राफ्ट रिपोर्ट में BSP सांसद दानिश अली (Danish Ali) का भी जिक्र है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों की जांच कर रही संसदीय आचार समिति ने रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला कि महुआ मोइत्रा ने अनधिकृत लोगों के साथ संसद वाली ID शेयर की और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से नकदी और सुविधाएं लीं. लिखा गया कि ये बेहद खराब आचरण है, जिसके लिए गंभीर सजा की जरूरत है.

रिपोर्ट में मांग की गई है कि भारत सरकार को भी कानूनी, संस्थागत और समयबद्ध तरीके से महुआ मोइत्रा और हीरानंदानी के बीच नकद लेनदेन की जांच करनी चाहिए.

ड्राफ्ट रिपोर्ट में और क्या-क्या है? 

- सांसद महुआ मोइत्रा ने 1 जनवरी 2019 से 30 सितंबर 2023 के बीच चार बार दुबई का दौरा किया लेकिन उनके लोकसभा लॉगिन क्रेडेंशियल का वहां से 47 बार इस्तेमाल किया गया.

-  गृह मंत्रालय ने एथिक्स कमेटी को अपनी रिपोर्ट में बताया कि वेबसाइट पर मौजूद कई दस्तावेज सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध नहीं हैं. लॉगिन शेयर करने से संवेदनशील सामग्री के लीक होने की संभावना बढ़ जाती है जिसका इस्तेमाल राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है.

- मोइत्रा ने कथित तौर पर हीरानंदानी से कैश, लग्जरी आइटम, अपने बंगले का रिनोवेशन, ट्रैवलिंग का खर्च समेत कई फेवर्स की मांग की. 

- हीरानंदानी ने मोइत्रा को कई गिफ्ट दिए जिसमें एक हर्मीस स्कार्फ, बॉबी ब्राउन मेकअप और इस्तेमाल करने के लिए गाड़ी शामिल थी. महुआ मोइत्रा ने ये बातें खुद स्वीकार की हैं.

- अनधिकृत तत्वों को लॉगिन क्रेडेंशियल देने से उन्हें सिस्टम तक पहुंच का अवसर मिल सकता है, जिससे कई संभावित खतरे हो सकते हैं. इस तरह का लीक सिस्टम को गंभीर साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील बना सकता है और संभावित रूप से सिस्टम को पूरी तरह से अक्षम कर सकता है, जिससे भारत की संसद का कामकाज बाधित हो सकता है.

- हीरानंदानी एक भारतीय नागरिक हैं लेकिन ये भी पता चला है कि उनके पास है UAE में रहने के भी अधिकार हैं. उनके करीबी रिश्तेदार भी विदेशी नागरिक हैं. इससे विदेशी एजेंसियों को संवेदनशील सामग्री के लीक होने का गंभीर खतरा पैदा होता है.

दानिश अली के व्यवहार की निंदा!

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पैनल ने रिपोर्ट में दानिश अली के व्यवहार पर गंभीर आपत्ति जताई है. पिछली पैनल मीटिंग के दौरान उन पर जनभावनाएं भड़काने और चेयरमैन व अन्य सदस्यों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. रिपोर्ट में दानिश अली समेत दूसरे विपक्षी सांसदों के नाम भी हैं, जिन्होंने पिछली बैठक में पैनल के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर के सवाल पूछने के तरीके पर आपत्ति जताई थी.

ये भी पढ़ें- महुआ मोइत्रा विवाद पर बोलने से क्यों बच रहे TMC नेता? INDIA वालों ने भी दूरी बनाई

बता दें, 2 नवंबर को महुआ मोइत्रा पैनल के सामने पेश हुई थीं. लेकिन पूछताछ पूरी होने से पहले ही महुआ मोइत्रा और दानिश अली समेत पैनल के पांच विपक्षी सदस्यों के साथ बाहर आ गए. उन्होंने कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर पर अनैतिक और पक्षपाती होने का आरोप लगाया. दावा किया कि उनसे गंदे और पर्सनल सवाल पूछे गए. पांच विपक्ष के सदस्यों में दानिश अली के अलावा कांग्रेस के उत्तम कुमार रेड्डी, वी वैथिलिंगम, CPM के PR नटराजन और JD(U) के गिरिधारी यादव शामिल थे.

खबर है कि ड्राफ्ट रिपोर्ट को अपनाने के लिए एथिक्स पैनल 9 नवंबर को शाम करीब 4 बजे बैठक करेगा. फिर संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान इसे लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा जाएगा और चर्चा के बाद कार्रवाई की जाएगी.

9 नवंबर की बैठक पर क्या विवाद?

दरअसल, 9 नवंबर को ही तेलंगाना चुनावों के लिए नामांकन दाखिल होना है. इसके लिए नलगोंडा से कांग्रेस सांसद उत्तम कुमार रेड्डी को भी तेलंगाना जाना होगा. उन्होंने पैनल के अध्यक्ष को 9 नवंबर की बैठक स्थगित करने के लिए लिखा है.

मामले पर महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि पैनल की मीटिंग को जानबूझकर 6 नवंबर की जगह 9 नवंबर को रखा गया ताकि विपक्षी नेताओं की संख्या कम हो जाए. अनुमान है कि विपक्षी सदस्य 15 सदस्यीय पैनल की सिफारिशों पर असहमति (डिसेंट नोट) पेश कर सकते हैं.

CBI जांच की बात चल रही!

इधर BJP सांसद निशिकांत दुबे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ उनकी शिकायत को जांच के लिए CBI को भेज दिया है. इस दावे पर महुआ मोइत्रा ने पोस्ट में लिखा,

सबसे पहले CBI को 13,000 करोड़ रुपये के अडानी कोयला घोटाले पर FIR दर्ज करनी चाहिए. ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है कि कैसे संदिग्ध अडानी कंपनियां भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों को गृह मंत्रालय की अनुमति के साथ खरीद रही हैं. इसके बाद CBI आकर मेरे जूतों की गिनती कर सकती है. 

एक दूसरे पोस्ट में महुआ मोइत्रा ने लिखा कि लोकपाल अभी जिंदा है. TMC सांसद ने ड्राफ्ट रिपोर्ट मीडिया में लीक होने पर भी सवाल उठाए हैं. 

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