Jeffrey Epstein, यौन शोषण का वो आरोपी, जिसके साथ तस्वीरों ने ट्रंप, क्लिंटन, बिल गेट्स की नींद उड़ाई
अमेरिका के न्याय विभाग ने Jeffrey Epstein से जुड़ी कुछ फाइलें सार्वजनिक की हैं जिन्हें Epstein Files का नाम दिया गया है. इनमें Epstein के साथ दुनिया के कई रसूखदार लोगों की तस्वीरें सामने आई हैं. कुछ लड़कियों की भी तस्वीरें हैं, जिनके शरीर पर कुछ लाइनें लिखी हैं.

यौन तस्करी के आरोपों का सामना करते हुए, मैथ्स और फीजिक्स पढ़ाने वाले उस टीचर की मौत जेल में हुई. जेल में वह अपने मुकदमे का इंतजार कर रहा था. ये वही शख्स था, जिसकी अमेरिका के राष्ट्रपति बिल डॉनल्ड ट्रंप और पूर्व राष्ट्रपति क्लिंटन और से दोस्ती थी. हाई प्रोफाइल लोगों के साथ उठना-बैठना था. डॉनल्ड ट्रंप जो अब अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, साल 2002 में उसके बारे में कहते हैं कि ‘वो उसे 15 साल से जानते हैं और वह बहुत बढ़िया आदमी है. उसके साथ रहना मजेदार है क्योंकि उसे खूबसूरत महिलाएं उतनी ही पसंद हैं जितनी मुझे, और इनमें से कई काफी कम उम्र की होती हैं.’
जिस व्यक्ति की बात ट्रंप कर रहे थे, उसका नाम जेफ्री एपस्टीन है और 2019 में जेल में मौत से पहले वह नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण का आरोपी था. उसके नाम से एक फाइल की चर्चा सालों से होती रही है. 19 दिसंबर 2025 को अमेरिका के न्याय विभाग ने इस फाइल के कुछ हिस्से सार्वजनिक किए हैं, जिसके बाद दुनिया भर में एक बार फिर Epstein का नाम चर्चा में आ गया है. एक सवाल लोगों के मन में खूब है कि ये Epstein कौन था और इतने रसूखदार लोगों से उसकी दोस्ती कैसे थी? Epstein फाइल का क्या किस्सा है? इसमें दुनिया भर की मशहूर हस्तियां क्यों दिख रही हैं? चलिए इन सारे सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं.

साल 1955 में जेफ्री Epstein न्यूयॉर्क में पैदा हुआ और वहीं पला-बढ़ा. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1970 के दशक में वह शहर के एक प्राइवेट डॉल्टन स्कूल में गणित और फीजिक्स का टीचर था. उसने खुद भी कॉलेज में फिजिक्स और मैथ्स की पढ़ाई की थी, लेकिन वो पूरी नहीं हुई. न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी Epstein की कहानी के मुताबिक, ये साल 1976 की बात है, जब जेफ्री Epstein मिडटाउन मैनहैटन की एक आर्ट गैलरी में हुए कार्यक्रम में पहुंचा था. उस समय वह डॉल्टन स्कूल में पढ़ाता था. उसके एक छात्र के पिता ने उसे वहां बुलाया था. पार्टियों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में न जाने का आदी Epstein ने उस दिन वो न्योता स्वीकार कर लिया और यहीं से उसकी जिंदगी बदल गई.
इस आर्ट गैलरी में Epstein की मुलाकात डाल्टन स्कूल में पढ़ने वाले उसके स्टूडेंट के पिता से हुई. 23 साल के जवान लड़के की गणितीय मेधा से वह काफी प्रभावित थे. उन्होंने Epstein से पूछा कि ‘क्या कभी उन्होंने वॉल स्ट्रीट में नौकरी करने के बारे में सोचा है.’ इसके बाद स्टूडेंट के पिता ने वहीं से अपने एक दोस्त ऐस ग्रीनबर्ग को फोन किया, जो ‘बेयर स्टर्न्स’ नाम की निवेश कंपनी के बड़े अधिकारी थे. उनसे उन्होंने सिफारिशी लहजे में कहा कि ‘Epstein डाल्टन स्कूल में अपना समय बर्बाद कर रहा है.’
ग्रीनबर्ग ने Epstein को कंपनी के दफ्तर में बुला लिया. बातचीत के बाद वह Epstein से काफी प्रभावित हुए. ग्रीनबर्ग IVY लीग कॉलेजों से एमबीए करने वाले लोगों पर बहुत भरोसा नहीं करते थे. उन्हें ऐसे लोग पसंद थे जिन्हें वह P.S.D. कहते थे यानी Poor, Smart और अमीर बनने का जुनून रखने वाले लोग. Epstein इन तीनों कसौटियों पर खरा उतरता था. उसे अमीर बनने की धुन सवार थी. 9वीं क्लास में अपने एक दोस्त से उसने भविष्यवाणी के अंदाज में कहा भी था कि एक दिन वो बहुत अमीर बनेगा.
ग्रीनबर्ग ने Epstein को कंपनी के एक और वरिष्ठ अधिकारी माइकल टेनेनबाम से मिलवाया. टेनेनबाम ने उसे ‘कमाल का सेल्समैन’ बताया और इस तरह से Epstein को नौकरी मिल गई.

साल 1982 में Epstein ने अपनी खुद की ‘जे. Epstein एंड कंपनी’ भी शुरू की, जिसके विकास की रफ्तार शुरुआत में काफी तेज थी. वह अरबपतियों का फाइनेंसियल एडवाइजर था और उन्हें इन्वेस्टमेंट, प्रॉपर्टी मैनेजमेंट और टैक्स प्लानिंग जैसी सर्विस देता था. फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रफेशन के बावजूद उसके काम के बारे में एक ज्यादा सनसनीखेज दावा ये था कि Epstein अपने अमीर दोस्तों को अपने घर और आईलैंड पर नाबालिगों के साथ यौन अपराध करते हुए चुपके से रिकॉर्ड करता था और फिर उन्हें ब्लैकमेल करता था. इस ‘कॉन्स्पिरेसी थ्योरी’ का कहना है कि उसका बाकी सारा फाइनेंसियल कारोबार सिर्फ दिखावा था. हालांकि, इस दावे का सच क्या है, अभी तक किसी को नहीं पता.
Epstein की दोस्ती अमीर बनने के बाद कई प्रभावशाली लोगों से रही. डॉनल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में खुद स्वीकार किया कि एप्स्टीन उनका अच्छा दोस्त रहा है. हालांकि, बाद में किसी प्रॉपर्टी की खरीद को लेकर दोनों में खटपट हो गई. ट्रंप के अलावा, Epstein Files में उसकी बिल क्लिंटन, बिल गेट्स, माइकल जैक्सन, क्रिस टकर, नॉम चॉम्स्की और प्रिंस एंड्र्यू जैसी हस्तियों के साथ तस्वीरें हैं, जिससे साबित होता है कि उन दिनों उसके कनेक्शन काफी जोरदार थे.
दोस्तों को दोस्ती का पछतावा?बीबीसी के मुताबिक, साल 2002 में वह पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, हॉलिवुड एक्टर केविन स्पेसी और क्रिस टकर को अपने प्राइवेट जेट से अफ्रीका ले गया था. 2003 में उसने फिल्म मेकर हार्वे वाइन्स्टीन के साथ मिलकर न्यूयॉर्क मैगजीन खरीदने की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रहा. इसी साल उसने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को 3 करोड़ डॉलर का दान भी दिया. वह ब्रिटिश लीडर पीटर मैंडेलसन का दोस्त भी था. बाद में मैंडेलसन ने कहा कि उसे इस ‘दोस्ती का पछतावा’ है.
Epstein का रिश्ता मिस स्वीडन रह चुकी ईवा एंडरसन डुबिन और गिस्लेन मैक्सवेल से भी रहा लेकिन उसने अपने जीवन में कभी शादी नहीं की.
पहली बार लगे यौन शोषण के आरोपये साल 2005 की बात है, जब फ्लोरिडा में 14 साल की एक लड़की के मां-पिता ने पुलिस को बताया कि Epstein ने उनकी बेटी का यौन शोषण किया है. ये पहली बार था, जब Epstein पर ऐसे आरोप लगे थे. बाद में कई नाबालिग लड़कियों, जिनमें से कई हाईस्कूल की स्टूडेंट्स थीं, ने पुलिस को बताया कि Epstein ने उन्हें ‘सेंक्सुअल मसाज’ करने के लिए काम पर रखा था.
आरोपों के बाद पुलिस ने Epstein के घर की तलाशी ली तो वहां लड़कियों की कई तस्वीरें मिलीं. बीबीसी ने मायामी हेराल्ड के हवाले से बताया कि Epstein कई सालों से नाबालिग लड़कियों का शोषण कर रहा था. रिपोर्ट में एक पुलिस अधिकारी माइकल राइटर ने बताया कि 50 से ज्यादा लड़कियों ने ऐसे आरोप लगाए और सबने एक जैसी कहानी बताई.
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2006 में वेश्यावृत्ति के लिए उकसाने के अकेले आरोप में अभियोग लगाए जाने के बाद जेफ्री Epstein को गिरफ्तार किया गया. इस आरोप को काफी हल्का माना गया. आलोचना होने के बाद एफबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की.
जून 2018 में Epstein को 18 महीने की जेल की सजा सुनाई गई क्योंकि एक गुप्त समझौते के तहत उस पर फेडरल आरोप नहीं लगाए गए, जिसमें उसे उम्रकैद हो सकती थी. इस सजा में उसे रोज 12 घंटे और हफ्ते में 6 दिन दफ्तर जाने की इजाजत दी गई थी. 13 महीने बाद उसे रिहा भी कर दिया गया.
6 जुलाई 2019 को सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोपों में Epstein की दोबारा गिरफ्तारी हुई. इसके अगले महीने में 10 अगस्त 2019 को न्यूयॉर्क की एक जेल में जेफ्री Epstein की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई.

Epstein और उसके केस से जुड़ी फाइलों में डॉनल्ड ट्रंप की मौजूदगी के आरोप बार-बार लगे लेकिन हाल में ये आरोप गंभीर तब हुए जब दोबारा सत्ता में आने के बाद ट्रंप की उनके दोस्त एलन मस्क से खटपट हुई. बिग ब्यूटीफुल बिल को लेकर दोनों दोस्तों में टकराव इस हद तक बढ़ गया था कि मस्क ने ट्रंप को चिढ़ाने के लिए Epstein Files का नाम ले लिया. उन्होंने दावा किया कि डॉनल्ड ट्रंप का नाम 'जेफरी Epstein' की सीलबंद फाइलों में है. इसी वजह से ये Files सार्वजनिक नहीं की गईं.
हालांकि, अमेरिकी न्याय विभाग ने इस फाइल के कई दस्तावेज 19 दिसंबर 2025 को सार्वजनिक कर दिए. इसमें Epstein के साथ तमाम मशहूर हस्तियों की तस्वीरें हैं, जो सोशल गेदरिंग्स, ट्रिप्स या इवेंट्स की हैं. हालांकि, इन तस्वीरों का मतलब ये नहीं कि ये लोग Epstein के अपराधों में शामिल थे. सिर्फ फोटो में होना गलत काम का सबूत नहीं है. कई तस्वीरें पुरानी हैं और कोई संदिग्ध स्थिति नहीं दिखातीं.
सामने आई तस्वीरों में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की कई फोटोज हैं. दो तस्वीरों में वे स्विमिंग पूल में दिख रहे हैं, जिनमें से एक में वो मैक्सवेल के साथ हैं. पूर्व राष्ट्रपति को सफेद कमीज पहने एक महिला के साथ भी देखा गया. हालांकि महिला की पहचान नहीं हो पाई, क्योंकि उसका चेहरा ढक दिया गया था. कुछ तस्वीरों में माइकल जैक्सन, मिक जैगर और डायना रॉस नजर आ रहे हैं. अन्य तस्वीरों में Epstein मशहूर पत्रकार वाल्टर क्रोनकाइट के साथ एक मेज पर बैठे दिखाई दे रहे हैं. मशहूर दार्शनिक और एक्टिविस्ट नॉम चॉम्स्की भी Epstein के साथ एक फोटो में दिख रहे हैं. इसके अलावा फाइल की सबसे विवादित फोटो में कुछ लड़कियों की तस्वीरें हैं, जिनके शरीर के अंगों पर व्लादिमीर नाबाकोव की किताब लोलिता की पंक्तियां लिखी हैं.
क्या है फाइलों में?द गार्जियन के मुताबिक, जो दस्तावेज अब अनसील (Unseal) किए जा रहे हैं, वो 2015 में जेफ्री Epstein की सहयोगी गिस्लेन मैक्सवेल के खिलाफ दायर एक मुकदमे का हिस्सा हैं. यह मुकदमा Epstein की पीड़िता वर्जीनिया जिउफ्रे ने दायर किया था. अपने आरोप में जिउफ्रे ने कहा था कि जब वो सिर्फ 17 साल की थीं, तब उन्हें Epstein के लिए मसाज देने की नौकरी के नाम पर यौन कृत्य के लिए कहा गया. जिउफ्रे ने यह भी दावा किया कि उन पर कई पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने का दबाव डाला गया, जिनमें सबसे चर्चित नाम ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू का था. इन सभी आरोपी पुरुषों ने जिउफ्रे के आरोपों को झूठा बताया. हालांकि, 2022 में जिउफ्रे ने प्रिंस एंड्रयू के खिलाफ दायर मुकदमे का समझौता कर लिया.
मैक्सवेल के खिलाफ जिउफ्रे का मुकदमा 2017 में निपट गया था, लेकिन ‘मियामी हेराल्ड’ अखबार केस से जुड़े सीलबंद कागजों को पाने के लिए कोर्ट चला गया. इन दस्तावेजों में वकीलों-गवाहों के इंटरव्यू के ट्रांसक्रिप्ट भी शामिल थे. 2019 में अदालत ने करीब 2 हजार पन्नों को सार्वजनिक किया. इसके बाद 2020, 2021 और 2022 में और दस्तावेज जारी किए गए. जो डॉक्युमेंट अब जारी हुआ है, वो अब तक सीलबंद इसलिए था, क्योंकि इससे Epstein की पीड़िताओं की निजता प्रभावित होने का अंदेशा था.
वीडियो: धुंरधर वाले 'जमील जमाली' असल जीवन में फिल्म से क्यों नाराज हैं?

.webp?width=60)

