The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • elon musk daughter jenna wilson accuses him of gender selection via ivf

एलन मस्क पर बेटी का संगीन आरोप, "मैं लड़की थी, ट्रांसजेंडर बना दिया गया..."

एलन मस्क के 14 बच्चे हैं. जिनमें से मस्क के पांच बच्चे IVF के जरिए पैदा हुए थे.

Advertisement
elon musk daughter jenna wilson accuses him of gender selection via ivf
एलन मस्क की बेटी ने अपने पिता पर जेंडर चयन करने का आरोप लगाया है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)
pic
सचेंद्र प्रताप सिंह
11 मार्च 2025 (Updated: 11 मार्च 2025, 09:52 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपतियों में शुमार एलन मस्क की बेटी ने उन पर जन्म से पहले लिंग चयन करने का आरोप लगाया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मस्क ने उनके गर्भधारण के समय इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) का उपयोग किया था. ताकि उन्हें बेटा पैदा हो सके.

सोमवार, 10 मार्च को थ्रेड्स पर लिखी पोस्ट में मस्क की बेटी विल्सन ने कहा

"जन्म के समय मेरा निर्धारित लिंग एक वस्तु थी, जिसे खरीदा गया और उसके लिए पैसे दिए गए. इसलिए जब मैं बचपन में स्त्री थी और फिर ट्रांसजेंडर बन गई. मैं उस वस्तु के खिलाफ जी रही थी जिसे बेचा गया था. मर्दानगी की वो अपेक्षा, जिसके खिलाफ मुझे जीवन भर विद्रोह करना पड़ा, वो पैसे का लेनदेन भर था."

विल्सन
मस्क की बेटी की सोशल मीडिया पोस्ट.

एलन मस्क के 14 बच्चे हैं. फोर्ब्स की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार मस्क के कम से कम पहले पांच बच्चे IVF के जरिए पैदा हुए थे. ये सभी लड़के हैं. साल 2004 में जेना विल्सन का जन्म एलन मस्क और जस्टिन के घर हुआ था. उस समय उनका नाम जेवियर अलेक्जेंडर मस्क रखा गया था. एलन मस्क ने साल 2000 में उनकी मां से शादी की. जो साल 2008 में खत्म हो गई.

साल 2016 में जेना विल्सन ने पहली बार ट्रांसजेंडर होने के बारे में बताया. साल 2022 में उन्होंने अपना जेंडर बदल लिया. और कोर्ट में एक ऐफिडेविट पेश करके अपना नाम बदलकर विवियन से जेना विल्सन कर लिया. विल्सन ने कानूनी रूप से अपना नाम और जेंडर बदलवाया. इसके बाद अपने जैविक पिता एलन मस्क से संबंध भी खत्म कर लिए.

ये भी पढ़ें- डेटिंग ऐप्स पर महिलाओं की फर्जी प्रोफाइल, क्लब बुलाकर कराते थे दम भर खर्चा, पुलिस के हत्थे चढ़े 4 आरोपी

बता दें कि अमेरिका में IVF वैध है. लेकिन इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बच्चे के लिंग को चुनने की प्रक्रिया विवादित है. भारत, कनाडा और चीन जैसे कई देशों में जेंडर टेस्ट को गैर-कानूनी घोषित कर दिया गया है. ताकि लोगों को लड़का पैदा करने के लिए लड़कियों को गर्भ में ही मारने से रोका जा सके.

वीडियो: जेल नहीं जाना...मोदी पर BBC डॉक्यूमेंट्री के ट्वीट डिलीट करने पर ऐसा क्यों बोल गए एलन मस्क ?

Advertisement