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ट्रंप को पहले से पता था कि दोहा पर इजरायली हमला होगा, कतर बोला- अमेरिका ने देर से दी जानकारी

Qatar की राजधानी Doha के एक रिहायशी इलाके पर इजरायली हमले के कुछ घंटों बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने इस हमले पर दुख जताया.

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Doha Strike
दोहा पर इजरायली हमले के बाद की तस्वीर. (फोटो: AFP)
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रवि सुमन
10 सितंबर 2025 (Published: 10:10 AM IST)
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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने बताया है कि उनको कतर में हमास वार्ताकारों पर इजरायल के हमले (Doha Israel Strike) की जानकारी पहले से थी. ट्रंप प्रशासन ने कहा कि उन्होंने इस फैसले पर अपनी सहमति नहीं जताई थी. उन्होंने बताया कि कतर को इस हमले की जानकारी दी गई. हालांकि, कतर का कहना है कि अमेरिका की ओर से हमले के बाद सूचना दी गई.

कतर की राजधानी दोहा के एक रिहायशी इलाके पर इजरायली हमले के कुछ घंटों बाद, ट्रंप का ये बयान आया. गाजा युद्ध को समाप्त करने के लिए, अमेरिका समर्थित संघर्षविराम वार्ता में कतर एक प्रमुख मध्यस्थ है. डॉनल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर लिखा,

अमेरिकी सेना ने ट्रंप प्रशासन को सूचित किया था कि इजरायल, हमास पर हमला कर रहा है, जो दुर्भाग्य से कतर की राजधानी दोहा के एक हिस्से में स्थित है. ये प्रधानमंत्री (इजरायल) बेंजामिन नेतन्याहू का फैसला था, मेरा नहीं. कतर एक संप्रभु राष्ट्र है और अमेरिका का घनिष्ठ सहयोगी है और शांति स्थापित करने के लिए हमारे साथ कड़ी मेहनत और बहादुरी से जोखिम उठा रहा है. कतर पर एकतरफा बमबारी करना इजरायल या अमेरिका के लक्ष्यों को पूरा नहीं करता.

ट्रंप ने आगे लिखा कि हमास, गाजा में रहने वालों की दुर्दशा का फायदा उठा रहा है. उन्होंने लिखा,

गाजा में रहने वालों की दुर्दशा का लाभ उठाने वाले हमास का सफाया करना हमारा सार्थक लक्ष्य है. मैंने तुरंत विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को कतर को इस हमले की सूचना देने का निर्देश दिया. हालांकि, दुर्भाग्य से, उन्होंने हमले को रोकने के लिए बहुत देर कर दी. मैं कतर को अमेरिका का एक मजबूत सहयोगी और मित्र मानता हूं, और हमले के स्थान को लेकर बहुत दुखी हूं. मैं चाहता हूं कि सभी बंधकों और मृतकों के शवों को रिहा किया जाए, और ये युद्ध अभी समाप्त हो! 

इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति और नेतन्याहू की बात हुई. ट्रंप ने बताया,

हमले के बाद मैंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से भी बात की. प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा कि वो शांति चाहते हैं. मेरा मानना ​​है कि ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना शांति के लिए एक अवसर साबित हो सकती है. मैंने कतर के अमीर और प्रधानमंत्री से भी बात की और हमारे देश के प्रति उनके समर्थन और मित्रता के लिए उनका धन्यवाद किया. मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी धरती पर ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी. मैंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो को कतर के साथ रक्षा सहयोग समझौते को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया है. 

ये भी पढ़ें: कतर के अलावा मिडिल ईस्ट में और कहां-कहां हैं अमेरिकी एयरबेस और सैन्य ठिकाने?

इजरायली हमले को लेकर कतर ने क्या कहा?

कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने 9 सितंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मध्यस्थता के प्रयास कतर की पहचान का हिस्सा हैं और इस भूमिका में कुछ भी बाधा नहीं डाल सकता. उन्होंने ये भी बताया कि अमेरिकी अधिकारियों ने कतर को हमले के बारे में जब बताया, तब हमला शुरू हुए 10 मिनट बीत चुके थे. उन्होंने इस हमले को विश्वासघाती करार दिया.

कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण बताया और कहा कि इजरायली हमला कतर के नागरिकों के लिए गंभीर खतरा है. उन्होंने कहा कि लापरवाही से भरे इस तरह के इजरायली व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

हमास ने कहा कि हमले में उसके पांच सदस्य मारे गए, लेकिन उसकी मुख्य वार्ता टीम बच गई. मृतकों में कतर का एक सुरक्षा अधिकारी भी शामिल है.

वीडियो: गाजा में हुए इजरायली हमले में 5 पत्रकारों की मौत

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