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पीयूष जैन से बरामद 197 करोड़ कैश को 'टर्नओवर' बताने वाली खबरों पर DGGI का जवाब आ गया

DGGI ने प्रेस नोट जारी कर सफाई दी है.

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गिरफ्तारी के बाद भी Piyush Jain के ठिकानों पर छापेमारी जारी. (फोटो: आजतक)
फोटो - thelallantop
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डेविड
30 दिसंबर 2021 (Updated: 30 दिसंबर 2021, 12:24 PM IST)
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DGGI यानी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ जीएसटी इंटेलिजेंस ने उन खबरों को काल्पनिक और बेबुनियाद बताया है जिनमें कहा गया था कि कारोबारी पीयूष जैन के पास से मिली करोड़ों की रकम को उसने 'टर्नओवर' माना है. एजेंसी ने इस मामले में बयान जारी कर कहा है कि कुल 197.49 करोड़ कैश, 23 किलो सोना और हाई वैल्यू का 'आपत्तिजनक सामान' पीयूष जैन के पास से मिला है. एजेंसी ने कहा है,
मीडिया में खबरें चल रही हैं कि DGGI ने पीयूष जैन के यहां से मिली रकम को टर्नओवर माना है और उसी के मुताबिक आगे जांच कर रही है. कुछ रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि पीयूष जैन ने अपनी देनदारी स्वीकार करने के बाद, DGGI की मंजूरी के साथ, कर बकाया के रूप में कुल 52 करोड़ रुपये जमा किए हैं. ये रिपोर्ट्स बिना किसी आधार के पूरी तरह से अटकलें हैं और चल रही जांच की अखंडता को कमजोर करने की कोशिश करती हैं, जो कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर सबसे पेशेवर तरीके से की जा रही है.
DGGI ने बताया कि पीयूष जैन के घर और बाकी ठिकानों से जितना कैश बरामद हुआ है, उसे SBI की कस्टडी में रखा गया है और विभाग अपनी तरफ से जरूरी कार्रवाई कर रहा है. रिलीज में लिखा है कि किसी भी तरह का टर्नओवर मानकर 52 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाने की बात सही नहीं है. एजेंसी ने साफ किया है कि पीयूष जैन या फिर उनकी कंपनी Odochem Industries पर टैक्स देनदारी अभी तय नहीं हुई है. बताया गया कि उन्होंने जीएसटी चोरी की बात कबूली थी, जिसके बाद उन्हें 26 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पीयूष जैन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. इससे पहले खबरें चली थीं कि DGGI के वकील अंबरीश टंडन से जब ये पूछा गया कि क्या पीयूष जैन को फायदा पहुंचाने के लिए DGGI ने बरामद रकम को उसके बिजनेस का टर्न ओवर माना है, तो उन्होंने कहा था,
ऐसा नहीं है. पीयूष जैन ने कानपुर में तीन कंपनियां बनाई थीं. उसने अपने बयान में स्वीकार किया है कि मैंने इन कंपनियों के जरिए चार साल में गुप्त रूप से पान मसाला कम्पाउंड बेचा था. उसने माल किससे खरीदा, किसको बेचा, इसका खुलासा नहीं किया है जिससे साबित होता है कि उसने टैक्स चोरी के जरिए रकम जमा की. हमने 32 करोड़ रुपए का टैक्स बनाया है, पेनल्टी को मिलाकर कुल 52 करोड़ रुपए की देनदारी बनती है.
पीयूष जैन पर डीआरआई यानी राजस्व खुफिया निदेशालय ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है. एजेंसी ने पीयूष के घर से 23 किलो सोने की बरामदगी पर कस्टम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. डीआरआई की शुरुआती जांच में बरामद हुए सोने का स्विट्जरलैंड से कनेक्शन निकल रहा है. आशंका जताई जा रही है बरामद सोना तस्करी कर मंगवाया गया था.

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