हार्दिक पटेल को मिला नया फैन, नाम अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल बोले, 'क्योंकि हार्दिक पटेल नहीं, एकनाथ खड़से देशद्रोही हैं जी.' केजरीवाल के हार्दिक सपोर्ट को लल्लन का हार्दिक सप्रेम स्कैन...
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फोटो - thelallantop
'हाईवे जाम करने के लिए बोतलें फेंकों. ट्रकों को खड़ा करके आग लगा दो. टायर जलाओ. एक घंटे में गुजरात को जला डालो. सरकार गिरा डालो. ट्रेनें फूंक डालो. गोली तैयार रखो. गड़बड़ हो तो फायर करो. सोडा बोतल तोड़कर हाईवे को ब्लॉक करना. ट्रक के टायर जला डालना. कल (18 अगस्त 2015) को मुझे अरेस्ट किया जाएगा. सुबह 9 बजे का भूलना मत. 35 किलोमीटर तक बंद हो जाना चाहिए. गिरफ्तारी 7 बजे की है, भूलना मत.' ( जेल से बाहर रहने वाले दिनों में हार्दिक पटेल की फोन कॉल्स में कही बातें.)अजी. हार्दिक पटेल ने भले ही ये सब कहा हो जी. पर आप फिर भी गलत हैं जी. सच्चा तो सिर्फ मैं हूं जी. पेवर पनीर की तरह ईमानदार जी. हां तो हार्दिक पटेल पर देशद्रोह का आरोप गलत है जी. उस बेचारे ने कुछ नहीं किया जी. उसे छोड़ दो जी. देशद्रोही तो कोई और है जी. इत्ती बार जी कह रहा हूं. समझ रहे हो न, मैं कौन हूं जी. हार्दिक पटेल देशद्रोह जेल में बंद हैं. दाऊद और प्रॉपर्टी को लेकर महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ खड़से रिजाइन कर चुके हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा,
'हार्दिक पटेल पिछले 8 महीनों से जेल में बंद हैं. आखिर उनका गुनाह क्या है. हार्दिक ने देश के खिलाफ कुछ नहीं किया. हार्दिक पटेल ने तो वही बात कही तो लाखों गुजराती उठा रहे हैं. तो क्या सारे गुजराती देशद्रोही हो गए?. महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री हैं एकनाथ खड़से. दाऊद से फोन पर बात करते थे. सरकार उनके खिलाफ एक्शन नहीं ले रही. हार्दिक पटेल के खिलाफ एक्शन ले रही है. हार्दिक पटेल जो बोल रहे हैं उससे आप असहमत हो सकते हैं. लेकिन उसे देशद्रोह नहीं कह सकते. देशद्रोही तो खड़से जैसे नेता हैं.'मुहब्बत सरहदें नहीं देखती. केजरीवाल की ये बातें इस लाइन को सच साबित करती हैं. महाराष्ट्र और गुजरात में भले बीजेपी की सरकार हों. पर सरकार दूसरे राज्य की सरकार के कामों में एक्शन ले सकती है. ये दुर्लभ ज्ञान हमें आम आदमी पार्टी के गुजरात वाले यू-ट्यूब चैनल से अपलोड हुए वीडियो में मिलता है. लीड रोल में हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल. एकदम सपोर्ट में आ गए हैं हार्दिक पटेल के. बिना उनकी कही बातों पर गौर किए. दाऊद इब्राहिम से बात करने का आरोप खड़से पर है. इसकी जांच हो रही है. खड़से ने इस्तीफा भी दे दिया है. पर केजरीवाल ने उन्हें देशद्रोही करार दे दिया है. लॉजिक है कि दाऊद से फोन पर खड़से ने बात की. इस बात पर गौर कौन ही करें कि मुंबई पुलिस से दाऊद को फोन करने को लेकर खड़से को क्लीन चिच मिल चुकी है. लेकिन केजरीवाल क्लीन चिट के मामले में आत्मनिर्भर हैं. सिर्फ अपनी पार्टी की क्लीनचिट पर यकीं करते हैं. गुजरात AAP चैनल से अपलोड हुआ ये वीडियो और केजरीवाल की बातों से याद आया. अगले साल विधानसभा चुनाव है. हार्दिक पटेल राज्य की सरकार से कह ही चुके हैं कि अगर मांगें नहीं मानीं तो पटेलों का क्रोध सहना पड़ेगा. ऐसे में केजरीवाल का ये बयान किस योग्य है. ये चैनलों को बाइट देने वाले नेताओं बताएं. AAP के वीडियो पर आप नोश फरमाएं https://www.youtube.com/watch?v=SUq0jb79N30&feature=youtu.be