केसर युक्त विमल के पाउच में ये छिपकली कैसे पहुंची?
कहीं इस छिपकली का ही 'पेट नेम' केसर तो नहीं है?
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फोटो - thelallantop
कहते हैं मौज और मौत का कोई भरोसा नहीं, किस बात पर आने लग जाए. जैसे ये छिपकली मौज में आकर मौत को भूल गई. अब बची हैं तो सिर्फ इसकी यादें. ये तो विमल पान मसाले की फैक्ट्री में खुद को झोंक बैठी. वहां के मजदूरों में छिपकली के लिए रहम नहीं है. और मालिक में इंसानों के लिए. अजय देवगन को अपने साथ मिलाकर दाने दाने में कैंसर का दम बेच रहे हैं. फोटो कब की है, नहीं पता. लेकिन वायरल हो रही है. यक्ष प्रश्न ये है कि छिपकली पाउच में पहुंची कैसे. हमने विमल के हेल्पलाइन नंबर्स पर बात करने की सोची. लेकिन कोई नंबर लगा नहीं. आपकी बात हो पाए तो प्लीज बता दीजिएगा. अजय देवगन से भी संपर्क नहीं हो पाया है. वो किसी टूथपेस्ट का ऐड शूट करने गए हैं. हमारे हिसाब से निम्नलिखित तरीके हो सकते हैं, जिनसे छिपकली अंदर जा पहुंची.
1. छिपकली का टेस्ट बदलने का मन था. कीड़े मकोड़े और चींटे खाकर बोर हो गई थी. तो केसर की महक ने उसे पाउच के अंदर खींच लिया.
2. इस छिपकली की पूंछ नहीं दिख रही है. हो सकता है कि पूंछ की तस्करी के लिए इसे मारा गया हो और फिर इसकी डेडबॉडी पैकेट में छिपा दी गई हो. डेल्टा लेवल सीक्रेट यू नो.
3. इसकी कमजोर हालत देखकर लगता है कि काफी वक्त से इसने खाना पीना छोड़ रखा था. प्यार में धोखा खाकर इंसान ऐसा करता है. इसने भी ऐसा किया होगा और सुसाइड करने के लिए सड़ी सुपारी के डब्बे में छलांग लगा दी होगी.
4. हो सकता है कि इस छिपकली के फ्रिज में बीफ रहा हो.
5. ये ISI की साजिश है. हमारे विमल पान मसाले को बदनाम करने की. वो लोग चाहते हैं कि हम केसर खाना छोड़ दें.
बहरहाल वजह जो भी रही हो. छिपकली तो मर चुकी है. आप क्यों अपने दांतों और जबड़ों को मारना चाहते हैं? हमको नहीं पता कि फोटो कब की है. छिपकली उसके अंदर से निकली या बाहर से डालकर फोटो खींची गई. लेकिन पान मसाला खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. ये बात सरकार भी कहती है और बड़े बुजुर्ग भी.
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