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करप्शन इंडेक्स में भारत 3 पायदान नीचे फिसला, पता है चीन और पाकिस्तान का क्या हाल है?

Corruption Perceptions Index 2024 के तहत 180 देशों की लिस्ट जारी हुई है. इसमें भारत का 96वां स्थान है. ये पिछले 10 सालों में भारत की सबसे खराब रैंकिंग है. जानिए दुनिया में सबसे कम भ्रष्टाचार किस देश में है और सबसे ज्यादा कहां है?

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Corruption Perceptions Index 2024
(प्रतीकात्मक फोटो-इंडिया टुडे)
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रितिका
12 फ़रवरी 2025 (Updated: 12 फ़रवरी 2025, 07:34 PM IST)
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भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था 'ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल' ने ‘करप्शन परसेप्शन इंडेक्स’ (CPI) 2024 जारी किया है. 180 देशों की लिस्ट में भारत का 96वां स्थान है. ये पिछले 10 सालों में भारत की सबसे खराब रैंकिंग है. 2023 में भारत को 93वें पायदान पर रखा गया था, जो अब लुढ़ककर 3 स्थान नीचे आ गया है. वहीं सबसे कम भ्रष्टाचार वाले देशों में डेनमार्क, फिनलैंड का नाम है.

किसी भी देश के पब्लिक सेक्टर में भ्रष्टाचार का आकलन इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ और बिजनेस से जुड़े लोग करते हैं. इसके बाद इन्हें स्कोर देकर लिस्ट बनाई जाती है. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल का इंडेक्स 180 देशों और केंद्र शासित प्रदेशों को 0 से लेकर 100 के स्केल के बीच मापता है. 0 यानी बहुत अधिक करप्शन और 100 यानी करप्शन फ्री देश. हाल ही में आए इंडेक्स में भारत का कुल स्कोर 38 है जो बहुत ज्यादा है. भारत के साथ ही मालदीव और गाम्बिया को भी 96वां स्थान मिला है. और स्कोर भी बराबर है 38.

2023 में भारत को 39 और 2022 में 40 स्कोर मिला था. यानी साल दर साल भारत में भ्रष्टाचार का स्तर बढ़ रहा है. 2014 में भारत को इंडेक्स में 85वीं रैंक मिली थी. लेकिन एक साल के अंदर ही यानी 2015 में भारत को 76वीं रैंक मिली. ये अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा था. लेकिन उसके बाद से भारत की अच्छी रैंकिंग नहीं आई है. 2020 में भारत को 86वीं रैंक मिली थी.

करप्शन वाले देश
करप्शन परसेप्शन इंडेक्स 2024 के मुताबिक भारत की रैंकिंग
सबसे कम भ्रष्टाचार वाले देश

सबसे कम भ्रष्टाचार वाले देशों में सबसे पहला नाम डेनमार्क का है. इस देश को 90 स्कोर के साथ पहला स्थान मिला है. इसके बाद फिनलैंड का नाम है. उसे दूसरा स्थान मिला है. और स्कोर 88 है. इसके बाद तीसरे स्थान पर सिंगापुर को 84 स्कोर मिला है. चौथे पायदान पर आए न्यूजीलैंड को 83 स्कोर और लक्जमबर्ग 81 स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर है. 2020 से 2024 तक डेनमार्क पहले स्थान पर ही अपनी जगह बनाए हुए है. हम ऐसा कह सकते हैं कि डेनमार्क सालों से अपने देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर रहा है.  

भारत के पड़ोसी देशों का हाल

180 देशों की लिस्ट में भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका को 121वां (स्कोर 32) स्थान और पाकिस्तान को 135वां पायदान (स्कोर 27) मिला है. रूस को 154 रैंक (स्कोर 22) मिली है. 2023 में रूस को 141 रैंक मिली थी, लेकिन एक साल के अंदर ही वो 13 पायदान नीचे आ गया. वहीं बांग्लादेश जहां राजनीति में पिछले साल बड़ी उथल-पुथल देखी गई उसे 151 रैंक (स्कोर 23) मिली है. इंडेक्स के मुताबिक, चीन में भारत से कम करप्शन है. चीन को 76वां स्थान (स्कोर 43) मिला है. वहीं भूटान को 18वीं रैंक (स्कोर 72) मिली है जो पड़ोसी देशों में सबसे बेहतर प्रदर्शन को दिखाती है. हालांकि 2023 में भूटान को 26वीं रैंक मिली थी.

सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश

सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में सबसे पहला नाम साउथ सूडान का है जिसे 180वीं रैंक (स्कोर 8) मिली है. इसके बाद सोमालिया को 179वीं रैंक (स्कोर 9) और वेनेजुएला को 178वां स्थान (स्कोर 10) मिला है. सीरिया को 177वां स्थान (स्कोर 12) मिला जबकि यमन, लीबिया, इरिट्रिया और इक्वेटोरियल गिनी को 173वीं रैंक (स्कोर 13) मिली है.

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने ये भी बताया कि भ्रष्टाचार के कारण जलवायु परिवर्तन के खिलाफ काम करने में मुश्किल आ रही है. दुनिया जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपनी लड़ाई को आगे नहीं बढ़ा पा रही है. और भ्रष्टाचार उस लड़ाई को और भी मुश्किल बना रहा है.

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