Corona Updates: BJP MLA रमेश दिवाकर का निधन, केटी रमा राव और मनोज तिवारी कोविड पॉजिटिव
उत्तर प्रदेश के एक दिन के सीएम रहे जगदंबिका पाल कोविड से ठीक होकर घर पहुंच गए हैं.
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कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में कोरोना वायरस संक्रमण और इससे मौत के आंकड़े का तेजी से बढ़ना जारी है. लोगों को हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रहे. ऑक्सीजन की घोर कमी देखी जा रही है. टेस्टिंग तक में बहुत अधिक वक्त लग रहा है. और इन सबके बीच नए केसों की संख्या हर दिन 3 लाख के पार जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3,32,730 नए मामले सामने आए हैं और 2263 लोगों की कोविड की वजह से मौत हो गई है.
मनोज तिवारी कोविड पॉजिटिव
नार्थ ईस्ट दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है कि हाल में जो कोई उनके संपर्क में आएं हों वो टेस्ट करवा लें.मैंने पिछले 2-3 दिन से हल्का fever महसूस किया तो आज टेस्ट कराया.. मेरी #COVID-19 की रिपोर्ट positive आयी है.. पिछले 2-3 दिनों में जो भी हमसे सम्पर्क में आये हैं वो अपना टेस्ट करा लें..मैं डॉक्टर के सम्पर्क में रहते हुये home isolation में हुँ 🙏🙏
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) April 22, 2021
बीजेपी विधायक रमेश दिवाकर का निधन
कोरोना वायरस से उत्तर प्रदेश के औरैया से 56 साल के विधायक रमेश चंद्र दिवाकर की मौत हो गई है. रमेश का इलाज मेरठ के एक हॉस्पिटल में चल रहा था. 2017 विधानसभा चुनाव में रमेश औरया सुरक्षित सीट से जीतकर लखनऊ पहुंचे थे. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई नेताओं ने रमेश दिवाकर के निधन पर शोक जताया है.केटी रमा राव कोविड पॉजिटिव
तेलंगाना सरकार के कैबिनेट मंत्री केटी रमा राव भी कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. केटीआर तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता हैं और सरसिला विधानसभा से विधायक हैं. केटीआर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे हैं.जगदंबिका पाल कोविड से ठीक होकर घर लौटे
उत्तर प्रदेश के एक दिन के सीएम रहे जगदंबिका पाल ने ट्वीट कर बताया है-कोरोना से संक्रमित होने के बाद करीब 14 दिनों तक पत्नी के साथ एम्स में भर्ती रहा. दोनों के स्वास्थ्य में सुधार होने पर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर आ गया.
सीएम बनने की कहानी कल्याण सिंह ने लोकतांत्रिक कांग्रेस के जगदंबिका पाल के समर्थन से सरकार बनाई. एक दिन जगदंबिका पाल ने समर्थन वापस ले लिया. 21 फरवरी, 1998 को राज्यपाल रोमेश भंडारी ने कल्याण सिंह की सरकार बर्खास्त कर दी. और जगदंबिका पाल को शपथ दिलवा दी. रात के सवा दस बजे. जगदंबिका पाल कल्याण सिंह की सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर हुआ करते थे. कल्याण सिंह रातोंरात हाईकोर्ट पहुंच गए. हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि गवर्नर का फैसला गलत है. कल्याण सिंह ही मुख्यमंत्री होंगे. अगले दिन कल्याण सिंह ऑफिस पहुंचे तो नजारा बदला हुआ था. वहां सीएम की कुर्सी पर जगदंबिका पाल पहले से बैठे हुए थे. मुख्यमंत्री की कुर्सी एक थी. मुख्यमंत्री का दावा करने वाले दो थे. जब जगदंबिका पाल को हाईकोर्ट के ऑर्डर वाला दस्तावेज दिखाया गया, तब जाकर वो कुर्सी से हटे. 26 फरवरी, 1998. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर विधानसभा में शक्ति प्रदर्शन हुआ. कल्याण सिंह ने वहां बहुमत हासिल कर लिया.कोरोना से संक्रमित होने पर लगभग 14 दिनों से पत्नी सहित AIIMS में भर्ती रहा। ईश्वर की कृपा, डॉक्टरों के अथक प्रयास एवं आप सभी की शुभकामनाओं से अपनी पत्नी सहित स्वास्थ्य स्तर में सुधार होने पर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर आ गया हूँ। आप सभी की शुभकामनाओं के लिए हृदय से आभार। pic.twitter.com/DX2DBQZniR
— Jagdambika Pal (@pal_jagdambika) April 23, 2021