क्या चीनी राष्ट्रपति का ये कदम लद्दाख बॉर्डर पर टकराव खत्म करने का संकेत है?
भारत-चीन दोनों की सेनाएं लद्दाख में लंबे समय से डटी हुई हैं.
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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारतीय सीमा पर तनाव के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले सेना अधिकारी को लेकर बड़ा फैसला किया है. इसे आपसी रिश्तों के लिए बेहतर संकेत माना जा रहा है. (एएफपी)
चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने उठाया कदम
राष्ट्रपति जिनपिंग जो सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) के मुखिया हैं, उन्होंने वेस्टर्न थियेटर कमांड के चीफ जनरल झाओ जोंग्की को उनके पद से हटा दिया है. जनरल जोंग्की की जगह अब वेस्टर्न थियेटर कमांड की जिम्मेदारी जनरल झांग जूडोंग को दी गई है. जनरल जोंग्की वही कमांडर हैं, जिन्हें साल 2017 में डोकलाम विवाद के लिए जिम्मेदार माना जाता है. ये भी कहा जाता है कि उन्होंने ही इस बार लद्दाख में टकराव के लिए पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) को उकसाया.
जनरल झोंग्की के हटने के बाद भारत में एक्सपर्ट्स के बीच उम्मीद जगी है कि अब शायद लद्दाख में सीमा पर 8 माह से जारी टकराव के हालात में कुछ बेहतरी आए. हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स इससे इत्तफाक नहीं रखते. वे मानते हैं कि लद्दाख में जो हालात हैं, उसके पीछे सेना के अधिकारियों का नहीं बल्कि खुद राष्ट्रपति जिनपिंग का दिमाग है.
जनरल झांग को नहीं है भारत बॉर्डर का अनुभव
जनरल जूडोंग, जिन्हें अब चीनी सेना की वेस्टर्न थियेटर कमांड का जिम्मा मिला है, उन्हें तिब्बत या फिर शिनजियांग प्रांत का कोई अनुभव नहीं है. चीन में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब किसी ऐसे अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है, जिसे भारत की सीमाओं पर तैनाती का कोई अनुभव नहीं है.
जनरल जूडोंग कई वर्षों तक नॉर्थ कोरिया और रूस से लगे संवेदनशील बॉर्डर शेनयांग एमआर में तैनात रहे हैं. जूडोंग मार्च 2017 से जनवरी 2018 तक पीएलए की ग्राउंड फोर्स का हिस्सा थे, जो सेंट्रल थियेटर कमांड के तहत आती है. इसी पर राजधानी बीजिंग की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. फरवरी 2018 में उन्हें सेंट्रल थियेटर कमांड का डिप्टी कमांडर नियुक्त किया गया था.

वेस्टर्न थियेटर कमांड की जिम्मेदारी जनरल झांग जूडोंग को दी गई है. (फोटो- चीनी रक्षा मंत्रालय)
जिनपिंग के करीबी हैं नए जनरल
जूडोंग ने अपने काम से जिनपिंग का भरोसा हासिल किया है. जिस समय वह पीएलए की 115वीं डिविजन को कमांड कर रहे थे, उसी दौरान सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की 39वी और 40वीं संगठन की सेनाओं के सदस्य बन गए थे. वह पार्टी की 39वीं ग्रुप आर्मी इन्फेंट्री के डिप्टी सेक्रेटरी भी रहे हैं. साल 2012 में जब जिनपिंग, चीन के राष्ट्रपति बने तो जूडोंग को सीएमसी का वाइस चेयरमैन बना दिया गया. जुलाई 2012 में वह मेजर जनरल की रैंक पर आए, और जुलाई 2018 में लेफ्टिनेंट जनरल बने.

चीनी रक्षा मंत्रालय का बीजिंग में हेड क्वॉर्टर.
'लद्दाख झड़प के मास्टरमाइंड'
मई 2020 से लद्दाख में चीन की सेना के साथ टकराव चल रहा है. इस समय दौलत बेग ओल्डी से लेकर चुशुल, डेमचोक और चुमार के साथ ही पैगोंग त्सो के फिंगर एरिया में तनाव जारी है. पीएलए ने अब लगभग पूरे लद्दाख पर ही अपना दावा ठोक दिया है. जनरल झाओ जोंग्की पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमांड के मुखिया थे. 15-16 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के लिए जोंग्की को ही जिम्मेदार माना जाता है. अमेरिका की एक इंटेलीजेंस रिपोर्ट में कहा गया था कि जोंग्की की तरफ से ही जवानों को यह आदेश दिया गया था कि वो भारतीय सेना के जवानों पर हमला करें. जून 2017 में जब डोकलाम विवाद शुरू हुआ था, उस समय भी जनरल जोंग्की के पास ही कमान थी. जनरल जोंग्की साल 2016 से चीन की वेस्टर्न थियेटर कमांड को संभाल रहे थे. उनके पास 20 साल तक तिब्बत की मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट को बतौर ऑफिसर लीड करने का अनुभव है.