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भंवरी देवी मर्डर: वो जिसकी हड्डियां नहर में मिलीं, FBI ने जिसकी जांच की

राजस्थान की 'डर्टी पॉलिटिक्स' में मंत्रियों को नाप देने वाले इस मर्डर केस की जांच में राज्य सरकार द्वारा असहयोग करने का आरोप सीबीआई ने लगाया है.

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फोटो - thelallantop
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सुमेर रेतीला
4 जुलाई 2016 (Updated: 4 जुलाई 2016, 05:58 PM IST)
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वो पिक्चर याद है? डर्टी पॉलिटिक्स!

जिसे के. सी. बोकाड़िया ने डायरेक्ट किया था जो आज का अर्जुन (1990) और लाल बादशाह (1999) बनाने के लिए जाने जाते हैं.
वही फिल्म जिसमें मल्लिका शेरावत ने अनोखी देवी का रोल किया था जो राजस्थान के चर्चित भंवरी देवी मर्डर केस पर आधारित था.
https://youtu.be/V5v72YRsKqc
वही केस अब फिर से चर्चा में है जिसने राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया था. बड़े राजनेता इसमें नप गए. अब भी जेल में बंद हैं
भंवरी देवी मर्डर केस में सीबीआई जांच कर रही है और इसने वसुंधरा राजे की सरकार पर जांच में सहयोग न करने, और बल्कि रुकावट डालने का आरोप लगाया है.
जांच कर रही टीम ने सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर को हफ्ता भर पहले ख़त लिखा. इसमें कहा गया कि भंवरी देवी मर्डर केस में बहुत सारे रसूखदार नेता जेल में बंद हैं इसलिए सरकार उन्हें बचाने के लिए जांच में सहयोग नहीं कर रही है.
जांच टीम ने यह भी आरोप लगाया है कि गवाहों, जांच अधिकारियों और पैरवी कर रही टीम को धमकियां दी जा रही हैं. इसी टीम ने दो साल पहले भी सुरक्षा मांगी थी. मुख्य सचिव के निर्देश के बावजूद अभी तक सुरक्षा नहीं दी गई है. अब तक धमकियों के कारण 11 गवाह पाला बदल चुके हैं.
इससे पहले जांच टीम सर्किट हाउस में रहकर अपना काम कर रही थी. अब उन्हें पुलिस के गेस्ट हाउस में ठहराया जा रहा है. सारी फाइलें, सबूत, और जरूरी दस्तावेज पुलिस के गेस्ट हाउस में ट्रांसफर किये जा रहे है. आरोप हैं कि लोकल पुलिस पर दोषी नेताओं का प्रभाव है.
भंवरी देवी केस क्या है?Bhanwri
सितंबर 2011 में नर्स (Auxiliary Nurse Midwife) भंवरी देवी राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा से गायब हो गई थी. गायब होने से पहले उसने कहा था कि उसके पास एक सीडी है जिसमें तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार के एक केबिनेट मंत्री और एक विधायक के कारनामे बंद हैं.
उसने कहा था कि यह सीडी तीन दिन में राज्य की सरकार गिरा देगी.
भंवरी वैसे नर्स थी लेकिन कहा जाता है कि उसमें हीरोइन बनने की महत्वाकांक्षा थी. उसने राजस्थानी फिल्मों, एल्बम्स और मॉडलिंग में भी जाने की कोशिश की थी. पैनन कस्बे के जिस अस्पताल में वो लगी हुई थी वहां शिकायत की गई कि वो नौकरी से ज्यादातर गायब रहती है. इस पर उसे सस्पेंड कर दिया गया.

यहीं से कहानी ने खास मोड़ लिया. नौकरी वापस पाने के लिए वह एमएलए मलखान सिंह के पास गई. मलखान उसे जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा के पास ले गए. महिपाल राजस्थान के दिग्गज नेता परसराम मदेरणा के बेटे हैं. दोनों नेताओं की सिफारिश पर कलेक्टर ने भंवरी को फिर से बहाल करके घर के पास ही एक सरकारी अस्पताल में पोस्टिंग दे दी.

Maderna
महिपाल मदेरणा

कहा जाता है इन मुलाकातों के बाद भंवरी की जीवन शैली बदल गई. बड़े नेताओं व अधिकारियों के साथ उसका उठना-बैठना शुरू हो गया. पैसा आ गया. बच्चों का एडमिशन महंगे स्कूल में हो गया. गाड़ी आ गई. आलीशान घर बन गया. जबकि वह सिर्फ एक मामूली नर्स थी. लोगों में बातें शुरू हो गईं कि भंवरी और मदेरणा के बीच रिश्ते हैं. ये भी कहा जाता है कि वो बिना ड्यूटी पर जाए सैलरी पा रही थी.
भंवरी को लेकर कहा जाता है कि वो बड़े ख्वाब पाले थी. एमएलए के टिकट की जुगत भिड़ाने लगी. इस बात पर उसके मदेरणा और मलखान से रिश्ते बिगड़ने शुरू हो गये. भंवरी ने इसी दौरान इन नेता के साथ अपनी सेक्स सीडी बना ली. और कथित तौर पर सीडी से ब्लैकमैल करना शुरू कर दिया.
सीडी की खबर नेताओं से होते हुए मीडिया तक पहुंच गई. इसके बाद भंवरी से मदेरणा ने कथित तौर पर समझौता कर लिया. चर्चा ऐसी भी थी कि भंवरी को लाखों रुपए दिए गए.
लेकिन 1 सितंबर को भंवरी गायब हो गई. वो सोहनलाल नाम के किसी आदमी को पैसे देने घर से निकली थी. पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई. भंवरी के पति अमरचंद ने जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा पर आरोप लगाया. दबाव को देखते हुए केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई.
करीब चार महीने बाद खुलासा हुआ कि भंवरी का मर्डर हो चुका है. मदेरणा और मलखान के खास सोहनलाल ने शहाबुद्दीन नाम के गुंडे के साथ मिलकर उसका कत्ल कर दिया. उसकी लाश को नहर किनारे ले जाकर जला दिया.

नहर में उसकी हड्डियां मिली थीं जिन्हे जांच के लिए अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई को दिया गया था. एक के बाद एक, इस केस में कई हाई प्रोफाइल नाम जुड़े. राजस्थान की राजनीति हिल गई. महिपाल मदेरणा जैसे नेता बड़े राजनीतिक परिवारों से आते थे. कई बड़े नेता और गुंडे पकड़े गए. सुनवाइयों के दौरान अारोपी हिरासत से फरार हुए और पकड़े गए.

सरकार ने भंवरी के बेटे को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया. दोनों बेटियों को चार-चार लाख रुपए की सहायता दी गई.
जेल में बंद नेताओं के परिवार वाले सीबीआई पर भी टॉर्चर करने का आरोप लगाते रहे हैं. महिपाल मदेरणा की बेटी दिव्या मदेरणा ने सीबीआई पर मदेरणा को रात-रात भर कुर्सी पर बैठाए रखने का आरोप लगाया था. कुछ वक्त पहले सीबीआई द्वारा पूछताछ के दौरान एक आदमी को टॉर्चर करने का वीडियो सामने आया था.
यह केस पिछले 6 सालों से घिसट रहा है. इसमें 4 अक्टूबर 2012 को कोर्ट ने आरोप तय किए थे. 23 जून 2014 से इस केस का एसटी-एससी मामलों की स्पेशल कोर्ट में ट्रायल चल रहा है. केस में कुल 298 गवाह है. जून 2016 तक 101 की गवाही हुई थी.
 
भंवरी देवी जब राजस्थानी म्यूजिक एल्बम में काम करती थीं:
https://www.youtube.com/watch?v=xQM6dtI_RgI

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