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ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर अक्टूबर में भारत आ सकते हैं, जानें व्यापार और सुरक्षा चर्चाओं का पूरा अपडेट

PM Keir Starmer मुंबई में होने वाले ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) में शिरकत कर सकते हैं. इस यात्रा के दौरान PM Modi और PM स्टार्मर के बीच शिखर वार्ता होगी. दोनों देश अपने आर्थिक रिश्ते सुधारने पर जोर दे रहे हैं.

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Keir Starmer India Visit:
करीब दो महीने पहले ही PM मोदी ने ब्रिटेन की यात्रा की थी. (फोटो: आजतक)
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अर्पित कटियार
23 सितंबर 2025 (Published: 10:58 AM IST)
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ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर (Keir Starmer India Visit) अक्टूबर में भारत आ सकते हैं. PM स्टार्मर की यह यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है, जब दोनों देश अपने आर्थिक रिश्ते सुधारने पर जोर दे रहे हैं. करीब दो महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मुक्त व्यापार समझौते’ (UK-India Free Trade Deal) पर हस्ताक्षर करने के लिए ब्रिटेन की यात्रा की थी.

द हिंदू ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि 7 से 9 अक्टूबर को मुंबई में होने वाले ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) में PM स्टार्मर शिरकत कर सकते हैं. इस यात्रा के दौरान PM मोदी और PM स्टार्मर के बीच शिखर वार्ता होगी. लंदन और नई दिल्ली के बीच फ्री ट्रेड डील पर भी बात चल रही है. हालांकि, यह व्यापार समझौता अभी भी यूके में अनुमोदन प्रक्रिया (Ratification Process) से गुजर रहा है और इसके 2026 में ही लागू होने की उम्मीद है. 

जुलाई के आखिरी हफ्ते में दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद काफी कुछ बदल चुका है. खासकर व्यापार जगत में. जुलाई में ही ट्रेड डील के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया था. लेकिन, दोनों देशों के बीच तनाव तब और बढ़ गया, जब भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने पर अमेरिका ने 25 फीसदी एक्सट्रा टैरिफ लगा दिया, जिससे कुल टैरिफ 50 फीसदी हो गया.

जबकि, दूसरी तरफ ब्रिटेन ने हाल ही में, डॉनल्ड ट्रंप की राजकीय यात्रा की भी मेजबानी की. जहां उन्होंने तकनीकी और परमाणु ऊर्जा समझौतों पर हस्ताक्षर किए. यूरोपीय संघ ने कहा है कि वह भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाना चाहता है, लेकिन उसने रूस के साथ सैन्य अभ्यास करने और उससे तेल खरीदने पर चिंता व्यक्त की है.

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भारत में होने वाले शिखर सम्मेलन में टेक्नोलॉजी, डिफेंस और सिक्योरिटी के अलावा शिक्षा क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा हो सकती है. जिसके तहत साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी जैसी कई ब्रिटिश यूनिवर्सिटीज भारत में अपने कैंपस खोलने पर विचार कर रही हैं. दोनों प्रधानमंत्री मुंबई के अलावा एक और शहर भी जा सकते हैं. हालांकि, इस यह जगह अभी फाइनल नहीं हुई है. इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है.

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