TMC सांसद के घर हमला हुआ तो BJP नेता बोले- ये शुरुआत है, एक मारोगे तो हम चार मारेंगे
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की कार पर 10 दिसंबर को बंगाल में पथराव हुआ था.
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बंगाल बीजेपी के नेता सायंतन बासु ने कहा कि अगर विरोधी एक मारेंगे तो हम चार मारेंगे.
तुम एक मारोगे तो हम चार मारेंगे.बता दें कि 10 दिसंबर को दिन में जेपी नड्डा और कैलाश विजवर्गीय के काफिले पर डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र में हमला हुआ था. ये अभिषेक बनर्जी का निर्वाचन क्षेत्र है.

टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के दिल्ली आवास पर हमला हुआ है. फाइल फोटो. इंडिया टुडे.
बंगाल के गवर्नर ने भेजी होम मिनिस्ट्री को रिपोर्ट
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल ने बंगाल की मौजूदा कानून व्यवस्था पर एक रिपोर्ट भेजी है. बंगाल के राज्यपाल ने गृह मंत्रालय को लिखी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि जेपी नड्डा और अन्य बीजेपी नेताओं की सुरक्षा में कमी थी. एक दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल के राज्यपाल से राज्य में बिगड़ रही कानून व्यवस्था, नेताओं पर बढ़ रहे हमलों को लेकर रिपोर्ट तलब की थी.

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (राइट) ने बीजेपी अध्यक्ष पर हुए हमले पर होम मिनिस्ट्री को रिपोर्ट भेजी है.
बीजेपी अध्यक्ष के काफिले पर हुआ था हमला
10 दिसंबर को नड्डा के काफिले पर हुए हमले का सबसे ज्यादा नुकसान उस गाड़ी में हुआ जिसमें कैलाश विजयवर्गीय बैठे थे. उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए और खुद विजयवर्गीय को भी हल्की चोट आई. बीजेपी ने टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया. नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा,
आज बंगाल को ममता बनर्जी ने जिस निचले लेवल पर लाकर खड़ा किया है, वो चिंता का विषय है. आने वाले चुनाव में लोग ममता जी को नमस्कार करने वाले हैं. बीजेपी 200 सीटें जीतेगी. बंगाल में 130 BJP कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है. 100 का तर्पण मैंने खुद कोलकाता में आकर किया है. परिवार के सदस्यों के सामने, जिन हालातों में उनका राजनीतिक मर्डर हुआ, जनता उसे कभी माफ नहीं करेगी. जब चुने गए लोग सेफ नहीं हैं तो आम आदमी की क्या स्थिति है. अराजकता चरम सीमा पर है.

अपने काफिले पर हमले के बाद BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीसी कर ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला.
वहीं, TMC ने इस हमले को BJP की खराब नीतियों के प्रति लोगों का गुस्सा बताया था. सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'यहां कभी गृह मंत्री होते हैं, तो कभी चड्ढा, नड्डा, फड्डा और भड्डा. जब उन्हें ऑडियंस नहीं मिलती तो वे अपने कार्यकर्ताओं से ऐसी नौटंकियां करवाते हैं.'