बिहार की सीमा अब दोनों पैरों पर स्कूल जाएगी!
सीमा को लगाया गया कृत्रिम पैर, जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के सहयोग से ये संभव हुआ.

एक पैर से स्कूल तक का सफर तय करने वाली बिहार की सीमा (SEEMA) तो आपको याद होगी. सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हुआ था, जिसे देखने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने सीमा को नकली पैर लगवाने का वादा किया था. अब सीमा के सपनों को नए पंख मिले हैं. ये संभव हो पाया है जिला प्रशासन और जिला के शिक्षा विभाग के सहयोग से. दोनों ने मिलकर सीमा को कृत्रिम पैर लगवाया है. जिस समय डॉक्टरों की टीम सीमा को पैर लगा रही थी. उस समय जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी भी मौजूद थे.

शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव ने आजतक से बात करते हुए कहा,
जिला प्रशासन ने दी ट्राइसिकलकाफी अच्छा महसूस हो रहा है कि सीमा का पैर लग गया है. अब इसके अंदर वो भाव नहीं रहेगा कि इसके पास केवल एक ही पांव है. बाकी बच्चों की तरह सीमा भी अपने दोनों पैरों पर चलकर स्कूल जाएगी और अपनी पढ़ाई पूरी करेगी.
इससे पहले 25 मई को जिला प्रशासन ने सीमा को ट्राइसिकल भी दी थी. साथ ही कृत्रिम पैर लगाने की बात भी कही थी. लेकिन उसके तीन दिन बाद ही सीमा को पैर लगा दिया गया है.
सोनू सूद भी मदद के लिए आगे आए थे25 मई को सोनू सूद भी सीमा की मदद के लिए आगे आए थे. सीमा का वीडियो देख हर किसी की तरह सोनू सूद का भी दिल पसीज गया था. अभिनेता ने ट्विटर कर लिखा था,
सड़क दुर्घटना में सीमा खोना पड़ा पांव''अब ये अपने एक नहीं दोनों पैरों पर कूद कर स्कूल जाएगी. टिकट भेज रहा हूं, चलिए दोनों पैरों पर चलने का समय आ गया है."
सीमा बिहार के जमुई की रहनी वाली है. वो टीचर बनना चाहती है. उसकी उम्र 10 साल से कम है. करीब दो साल पहले एक हादसे में उसे अपना एक पैर गंवाना पड़ा था. लेकिन उसके बाद भी सीमा के हौंसले कम नहीं हुए. उसने एक पैर पर ही स्कूल जाना जारी रखा.
सीमा के पिता मजदूरी करते हैं. उनका परिवार काफी गरीब है. इसलिए वे सीमा के लिए ट्राई साइकिल का भी इंतजाम नहीं कर पाए थे. पैसों की कमी की वजह से वो सीमा के लिए नकली पैर भी वो नहीं बनवा पाए थे. हालांकि सोनू सूद के ऐलान के बाद सीमा के लिए मदद आना शुरू हुई थी.

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