बिहार : जेल में बंद इस क़ैदी ने जो किया है, सुनकर आपका दिन बन जाएगा!
हत्या के आरोप में बंद है कैदी, जेलर ने की बड़ी मदद!
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रिपोर्ट्स के मुताबिक सूरज का सपना वैज्ञानिक बनना है. (फोटो: ट्विटर)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूरज का सपना वैज्ञानिक बनना है. जेल में बंद रहते हुए सूरज ने आईआईटी जैम परीक्षा की तैयारी की. एग्जाम दिया और जब रिजल्ट आया तो सूरज को 54वीं रैंक मिली. सूरज की इस सफलता का श्रेय जेल के अधीक्षक और उसके भाई को दिया जा रहा है, जिन्होंने स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कराने में सूरज की खूब मदद की. पैरोल पर दिया एग्जाम सूरज ने इस साल 13 फरवरी को पैरोल पर बाहर आकर आईआईटी की ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) की परीक्षा का एग्जाम दिया था. जेल जाने से पहले सूरज बिहार से बाहर रहकर इस परीक्षा की तैयारी कर रहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब सूरज को जेल में डाला गया, तो उसका आत्मविश्वास पूरी तरह से खत्म हो गया था. हालांकि, जेल के अधीक्षक ने उसे मोटिवेशनल स्पीच सुनने को कहा और उसकी हरसंभव मदद की. आईआईटी की तरफ से हर साल ज्वाइंट इंडियन टेस्ट फॉर मास्टर्स परीक्षा का आयोजन किया जाता है. इस एंट्रेस एग्जाम के तहत, आईआईटी में दो साल के एमएससी या एमटेक कोर्स में एडमिशन मिलता है. सूरज अब आईआईटी रुड़की में एडमिशन लेकर मास्टर्स का कोर्स कर सकेगा. तो अब पढ़ाई करनी हो तो बहाना मत बनाओ. रील्स और कच्चा बादाम के आगे जहां और भी है.बिहार में जेल से उगा 'सूरज'..नवादा जेल में 22 वर्षीय विचाराधीन कैदी सूरज कुमार पिछले 11 महीने से बंद है.जेल के अंदर से ही सेल्फ स्टडी कर के आईआईटी जैम(IIT-JAM) परीक्षा में सफलता पाई है.देशभर में लाया 54वां रैंक मिला है.सूरज नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है. pic.twitter.com/1GhociSUMC
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) March 24, 2022