The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Bihar: In Madhubani local jour...

फर्जी हॉस्पिटल के खिलाफ अभियान, मधुबनी में पत्रकार की हत्या, अधजला शव मिला

परिवार का आरोप फर्जी हॉस्पिटल के विरोध में अभियान चला रखा था, इसलिए हुई हत्या.

Advertisement
Img The Lallantop
स्थानीय पत्रकार जिनकी हत्या हुई.
pic
उमा
13 नवंबर 2021 (Updated: 13 नवंबर 2021, 04:39 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
बिहार के मधुबनी में एक पत्रकार का शव मिला है. यहां के बेनीपट्टी इलाके में एक पेड़ के नीचे  अधजला शव बोरे में बंधा मिला. पहचान अविनाश झा के रूप में हुई है. उम्र करीब  24 साल. पेश से पत्रकार. अविनाश 9 नवंबर से ही लापता थे. परिवारवालों ने थाने में मिसिंग कम्प्लेंट दर्ज करवाई थी. आरोप लगाया था कि बेनीपट्टी के स्थानीय अस्पताल माफिया ने किडनैप करवाया है. परिवार ने अविशान की हत्या का आरोप अस्पताल संचालकों पर लगाया है.

 अविनाश के भाई ने बताया,

मेरा नाम त्रिलोकनाथ झा है. मेरा छोटा भाई था बुद्धदेव, अविनाश-अविनाश के नाम से लोग जानता था, पत्रकार लाइन से जुड़ा था.RTI के माध्यम से फर्जी हॉस्पिटल के विरोध में अभियान चला रखा था. कई फर्जी नर्सिंग होम को बंद करके भागना भी पड़ा. कुछ पर जुर्माना भी लगा. फर्जी नर्सिंग होम जितना है सब आपस में मीटिंग करके, षड़यंत्र रचा. वह 9 तारीख से गायब था. मोबाइल से कॉल कर इस तरह का काम किया गया है. मेरे भाई का शव कल (12 नवंबर) मिला, थाना बेनीपट्टी में.

बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश मधुबनी के बेनीपट्टी प्रखंड के ही एक न्यूज़ पोर्टल बीएनएन न्यूज़ बेनीपट्टी (BNN News Benipatti) में काम करते थे. मूल रूप से बेनीपट्टी के ही रहने वाले वाले थे.

बुद्धिनाथ झा पिछले तीन सालों से लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास अपने इलाके के नर्सिंग होम से जुड़ी शिकायतें भेज रहे थे. बिहार में लोक शिकायत निवारण अधिनियम लागू है. इसका मकसद 60 कार्य दिवस के अंदर आम लोगों की शिकायतों की सुनवाई करना है.

  अविनाश के भाई ने आगे बताया,
7 नवंबर को अविनाश ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था, उसमें 8-9 क्लीनिक का नाम भी लिखा था. कहा था कि 15 नवंबर को खेला होबे. पर 9 नवंबर को ही वो घर से गायब हो गया. और 12 नवंबर को उसका शव मिला.
उन्होंने आगे बताया,
प्रशासन कोई सहयोग नहीं कर रहा है. जितने नामजद हैं सब पर आशंका है. प्रशासन जांच करके कार्रवाई करे. उच्चपदाधिकारियों से निवेदन है कि न्याय दिलाएं. मेरा सब्र टूट रहा है. अभी तक कोई संतुष्टी नहीं है. कोई अपराधी नहीं पकड़ा गया है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस सूत्रों की मानें तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चार दिन पहले मृत्यु होने की बात सामने आई है. थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया,
पुलिस इस मामले में शामिल सभी हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है. जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. तहरीर मिलने के बाद से ही पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई थी. अब शव मिलने पर केस दर्ज कर सभी बिंदुओं से जांच-पड़ताल करते हुए पुलिस शीघ्र अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश है.
शव को जलाकर सड़क किनारे फेंका गया था. शव की पहचान अविनाश के हाथ की अंगूठी, पैर में मस्से का निशान, गले में चेन से की गई. शव को बरामद करने के साथ ही अविनाश के बड़े भाई की सहमति से शव को तत्काल मधुबनी सदर अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, जहां रात में शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया गया. 13 तारीख को अंतिम संस्कार किया गया. घटना को लेकर इलाके में काफी आक्रोश है. घटना थाना क्षेत्र के महज 300-400 मीटर की दूरी पर हुई है. मृतक युवक का घर भी थाना से महज 400 मीटर की दूरी पर है. सोशल मीडिया पर भी पत्रकार की हत्या को लेकर गुस्सा है, लोग न्याय की मांग रह रहे हैं.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement