'बच्चों के खिलाफ FIR से क्या होगा, बच्चा राय को धरिए'
SIT बना दी गई है. टॉपर्स के साथ कॉलेज के मालिक भी लपेटे में ले लिए गए हैं.
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2016 के बिहार बोर्ड के फर्जी टॉपर्स.
पढ़ोगे लिखोगे और 'टॉप' करोगे तो होगी FIR. बिहार के इस साल के भूतपूर्व टॉपर्स के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार का आदेश था. पटना पुलिस ने रूबी राय, सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार के खिलाफ FIR दर्ज की है. SIT भी बना दी गई है.
ये एफआईआर माध्यमिक एजुकेशन के डायरेक्टर राजीव रंजन ने करवाई है. पूर्व टॉपर्स पर आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत एफआई दर्ज हुई है. वैसे ज्यादातर लोगों को इन धाराओं का मतलब तो पता नहीं होता है, सिवाय धारा 420 के. पर हमें लगा फैक्टस तो रखने ही चाहिए. इसलिए लिख डाले. एफआईआर में डायरेक्टर बिशुन राय भी लपेटे में लिए गए हैं.
अच्छा इस मामले में जो बड़े बाबुओं वाली जांच कमेटी जो बनी थी, उसे भंग कर दिया गया है. नीतीश कुमार टॉपर्स पर कार्रवाई को लेकर संतुष्ट नहीं थे. इस कमेटी को 20 जून तक अपनी रिपोर्ट देनी थी. पर अब मामला आपराधिक हो चला है. बिहार में बीजेपी लीडर सुशील मोदी ने कहा, 'टॉपर्स के खिलाफ केस दर्ज करने से अच्छा है कि कॉलेज के मालिक बिशुन राय को गिरफ्तार करवा लिया जाए.'
नीतीश कुमार के ऑर्डर पर SIT बनाई गई है. 10 दिन के अंदर डीजीपी के पास SIT की रिपोर्ट पेश की जानी है. अच्छा बता दें कि टॉपर्स का रिजल्ट तो पहले ही रद्द किया जा चुका है.
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