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Gay Marriage पर मन की बात बोलकर बुरे फंसे नीतीश कुमार, क्लास लग गई!

"लड़का-लड़का शादी कर लेगा तो कोई पैदा होगा?"

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Bihar CM Nitish Kumar comment on gay
(बाएं) बिहार के सीएम नीतीश कुमार. दाईं तस्वीर प्रतीकात्मक है. (साभार- पीटीआई और Unsplash.com)
24 मई 2022 (Updated: 24 मई 2022, 16:30 IST)
Updated: 24 मई 2022 16:30 IST
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"लड़का-लड़का शादी कर लेगा तो कोई पैदा होगा?"

पढ़कर ये तो साफ है कि ये बात समलैंगिकों को लेकर कही गई है. लेकिन ये बात किसी कट्टर धार्मिक संगठन ने नहीं, बल्कि देश के एक बड़े नेता ने कही है. नीतीश कुमार. बिहार के मुख्यमंत्री. सोमवार 23 मई को वो एक कार्यक्रम में शरीक हुए थे. इसी दौरान पत्रकारों से रूबरू होते हुए नीतीश कुमार ने समलैंगिकता पर काफी कुछ कह डाला. अब उनके बयान की खासी आलोचना हो रही है.

नीतीश कुमार सोमवार को पटना यूनिवर्सिटी के मगध महिला कॉलेज पहुंचे थे. यहां उन्होंने एक नए हॉस्टल का उद्घाटन किया. इसी दौरान उन्होंने समलैंगिकता पर अपनी राय रखी. कहा जा रहा है कि बयान के बहाने सीएम नीतीश ने समलैंगिता पर तंज कसा है.

क्या कह गए नीतीश कुमार?

अपने संबोधन में जब सीएम दहेज प्रथा को गलत ठहरा रहे थे, तभी उन्होंने ये भी कह दिया,

"अरे, शादी होगी तभी न बाल-बच्चा होगा. हमीं लोग या कोई है यहां पर, तो मां है तभी न पैदा हुए. मां के बिना पैदा हुए, स्त्री के बिना पैदा हुए? लड़का-लड़का शादी कर लेगा तो कोई पैदा होगा? तो आप बताइए, शादी करते हैं तो आपको बाल-बच्चा होता है और शादी करने के लिए आप दहेज लीजिएगा? इससे बढ़कर कोई दूसरा चीज अन्याय नहीं है."

दरअसल सीएम नीतीश दहेज प्रथा के विरोध में बोल रहे थे, लेकिन उदाहरण गलत दे बैठे. भाषण देते हुए नीतीश कुमार ने कार्यक्रम में मौजूद छात्राओं से अपने इंजीनियरिंग के दिनों की बातें भी साझा कीं. उन्होंने कहा,

"जब हम लोग पढ़ते थे इंजीनियरिंग कॉलेज में, तब एक लड़की नहीं पढ़ती थी. क्या स्थिति थी हम लोगों की उस टाइम में, कितना खराब लगता था. और कोई भी महिला आ जाती थी, तो सब लोग खड़े होकर महिला को देखने लगते थे."

नीतीश ने कहा कि जब वो इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा करते थे और अब के समय में काफी बदलाव आ गया है. अब महिलाओं को काफी मौके दिए जा रहे हैं, उनके पास अवसरों की कोई कमी नहीं है.

'प्यार का मकसद सिर्फ बच्चे करना नहीं'

अपने समय की व्यथा बताते हुए नीतीश कुमार गलत उदाहरण दे बैठे. अब हो सकता है वो कह दें कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था. लेकिन ट्विटर पर कुछ वायरल हो गया तो उस पर रिएक्शन आता ही आता है. सो रिएक्शन आए. कई लोगों ने समलैंगिकों पर बयान के लिए नीतीश कुमार की आलोचना की. शंकर सिंह नाम के शख्स ने कहा,

"नीतीश कुमार जी, काश आपको किसी ने ये सिखाया होता की प्यार करने का असली मकसद बच्चे पैदा करना नहीं होता. और अगर बच्चे ही चाहिए तो वो तो हम गोद लेकर किसी अनाथ बच्चे का उद्धार भी कर सकते हैं."

हिमांशु नाम के यूजर ने कहा,

"ये 20वीं शताब्दी के नेतागण अब एक्सपायरी एज पार कर चुके हैं. इनको अभी भी बच्चा पैदा करने का एक ही तरीका मालूम है. बदनसीब बिहार जहां ऐसे लोग सरकार बना कर बैठे हैं."

"चचा... हम समलैंगिक हैं और पृथ्वी पर मनुष्य कि आबादी बढ़ाने का कौनो शौक नहीं है. पहले से ही इंसान प्रकृति का बोझ बने हुए हैं. और अनाथालय में ढेर सारे बच्चे हैं. उनको गोद लेकर उनका सहारा बन जाएंगे."

अब चलते-चलते मगध महिला कॉलेज में बने नए हॉस्टल के बारे में भी बता दें. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक 31.8 करोड़ रुपये की लागत से बने इस छात्रावास में 18 कमरे, 16 वॉशरूम और 12 बाथरूम हैं. हरेक कमरा इस तरह बनाया गया है कि उसमें तीन छात्राएं आराम से रह सकती हैं. नीतीश कुमार हॉस्टल की खासियत और बिहार में महिलाओं की शिक्षा को लेकर ही बात कर रहे थे, लेकिन ऐसा करते हुए थोड़ा ज्यादा आगे निकल गए.

वीडियो- बिहार में बच्चे ने CM नीतीश कुमार से कहा, 'सरकारी स्कूलों में शिक्षा नहीं है'

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