महाराष्ट्र में BJP-RSS का ये कौन सा गढ़ सत्ताधारी गठबंधन ने छीन लिया है?
NCP के नेता इसे महाविकास अघाड़ी सरकार के कामों पर जनता की मुहर बता रहे हैं
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महाराष्ट्र के विधान परिषद चुनावों में स्नातक और शिक्षक की 6 में से 4 सीटों पर महाविकास अघाड़ी ने बाजी मारी है. बीजेपी को सिर्फ एक सीट मिली है. (फाइल फोटो-PTI)
बीजेपी को झटका
नागपुर स्नातक सीट का हार जाना BJP के लिए एक बड़ा झटका है. पिछले पांच दशकों से यह BJP और RSS का गढ़ रहा है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधरराव फडणवीस 12 साल इस सीट प्रतिनिधि रहे. BJP नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का इस सीट पर 25 साल दबदबा रहा है. महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव के नतीजों पर पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा किये नतीजे हमारी उम्मीद के विपरीत हैं. हमने मेहनत की थी. एक साथ लड़ रहीं 3 पार्टियों के खिलाफ चुनाव लड़ा. अगली बार हम ये देखेंगे कि हमसे कहां चूक हुई. लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि सीएम पद वाली पार्टी (शिवसेना) को एक सीट भी नहीं मिली है.
शरद पवार क्या बोले?
NCP के चीफ शरद पवार ने MLC चुनाव के इन नतीजों को महाविकास अघाड़ी के एक साल के कार्यकाल पर मुहर बताया है. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा,परिणाम महाविकास अघाड़ी के लिए बड़ी जीत है. हमने नागपुर की सीट जीती है, जो कभी हमारे पास नहीं थी. ये नतीजे दर्शाते हैं कि पिछले एक साल में महाविकास अघाड़ी सरकार द्वारा किए गए काम को लोगों ने पसंद किया है. जनता ने नए गठबंधन को स्वीकार कर लिया है.
'बीजेपी सरकार गिराने का सपना देखना छोड़ दे'
NCP के प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि इस चुनाव में वोटरों ने BJP को खारिज कर दिया है. अब उसे महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार गिराने का सपना देखना छोड़ देना चाहिए. उन्होंने कहा,शिक्षित मतदाताओं ने महसूस किया है कि BJP महाराष्ट्र को आगे नहीं बढ़ा सकती. आर्थिक विकास के बारे में BJP के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा किए गए सभी दावे झूठे हैं. महाविकास अघाड़ी की सरकार ने सबसे प्रभावी तरीके से कोरोना संकट को संभाला है. विपक्षी BJP तो सरकार को बदनाम करने में व्यस्त थी. बीजेपी ने महाराष्ट्र को बदनाम किया. महाराष्ट्र के मतदाताओं ने उसे सबक सिखाया है. उच्च सदन में BJP की हार मतदाताओं की बदलती मनोदशा का संकेत है.