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अयोध्या में हार पर हो रही थी मीटिंग, मंत्रियों के सामने DM और महंत राजूदास में हो गई 'कहासुनी', फिर...

हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास Ayodhya के DM नीतीश कुमार से भिड़ गए. योगी सरकार के दो मंत्रियों की मौजूदगी में DM और राजूदास के बीच तीखी बहस हो गई. ये सब हुआ उस मीटिंग में जिसमें फैजाबाद लोकसभा सीट पर हार की समीक्षा हो रही थी. फिर क्या हुआ? महंत ने DM पर क्या आरोप लगाए हैं?

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Mahant Rajudas DM Nitish Kumar Ayodhya Surya pratap shahi
महंत राजू दास (बाएं) अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार (दाएं) से भिड़ गए | फाइल फोटो: इंडिया टुडे
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आनंद कुमार
22 जून 2024 (Updated: 22 जून 2024, 03:06 PM IST)
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अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास की DM से भिड़त हो गई है. योगी सरकार के दो मंत्रियों के सामने राजूदास और अयोध्या के डीएम के बीच जमकर बहस हुई. इस तीखी नोकझोंक के बाद राजूदास की सुरक्षा में तैनात गनर को हटा दिया गया है. 

आजतक के बनबीर सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक 20 जून की रात अयोध्या के सरयू अतिथि भवन में फैजाबाद लोकसभा सीट पर हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई गई थी. बैठक में योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही और जयवीर सिंह मौजूद थे. फीडबैक देने के लिए राजूदास को भी बुलाया गया था. इस दौरान वहां अयोध्या के DM नीतीश कुमार भी मौजूद थे.

बताते हैं कि बैठक में पहुंचते ही राजूदास ने इशारों-इशारों में DM पर निशाना साधना शुरू कर दिया. जिसके बाद DM नीतीश कुमार ने भी राजूदास के कुछ दिन पहले दिए बयान पर आपत्ति जताई. जिसमें उन्होंने हार का ठीकरा अफसरों पर फोड़ा था. और अफसरों को अपशब्द भी कहे थे. इस दौरान DM ने राजूदास के पास बैठने से इनकार कर दिया. इसके बाद दोनों में कहासुनी शुरू हो गई. मंत्रियों ने बीच-बचाव कर दोनों को शांत कराया. बहस के बाद DM मीटिंग छोड़कर चले गए.

इस विवाद पर आजतक से बातचीत में महंत राजूदास ने बताया,  

लोकतंत्र में इतने पढ़े-लिखे आईएएस-पीसीएस अधिकारियों को हमारी बात बुरी नहीं लगनी चाहिए. क्या हम अपनी बात नहीं रख सकते. क्या लोकतंत्र में मुझे इतना भी हक नहीं कि मैं कह सकूं कि DM  साहब यह काम ठीक नहीं हो रहा. जनता के हक में इसे ठीक करें. यह राजशाही नहीं है. आप सेवक हैं. और वो इतना भी सुनने को तैयार नहीं. मैं ये चीज कह दूं तो खराब हो गया. हम अपराधी हो गए.

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राजूदास ने बातचीत में अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने बताया कि पहले उनको 3 गनर मिले थे. जिनमें 2 को चुनाव के बाद हटा लिया गया था. एक बचा था. उसे भी DM के साथ बहस के बाद हटा लिया गया. उन्होंने आगे बताया कि वे हिंदुत्व के लिए काम करते है. और अगर ये उसकी सजा है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. उन पर कभी भी हमला हो सकता है. और ऐसा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन पर होगी.

वहीं दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस मसले पर आयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि महंत राजूदास अक्सर अमर्यादित बयान देते रहते हैं. उन्हें ऐसा आचरण न करने को कहा था, इसी पर वो भड़क गए.

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