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Bondi Beach Attack: आतंकी से बंदूक छीनने वाले अहमद के पिता ने बेटे के बारे में क्या बताया?

Australia Bondi Beach attack: अहमद अल अहमद ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर अपनी जान की परवाह किए बिना आतंकी से भिड़ गए थे. उन्हें कई गोलियां लगी हैं. अब अहमद के माता-पिता ने उन्हें हीरो बताया है. कहा कि उनका बेटा किसी की भी जान बचाने के लिए कुछ भी कर सकता है.

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Australia Bondi Beach attack
अहमद के माता-पिता (फोटो-ABC)
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रितिका
15 दिसंबर 2025 (Updated: 15 दिसंबर 2025, 08:47 PM IST)
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अहमद अल अहमद, सोशल मीडिया पर यह नाम बहादुरी के लिए चर्चा में हैं. ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर जब दो आतंकी यहूदियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला रहे थे, तब अहमद अपनी जान की परवाह किए बिना एक आतंकी से भिड़ गए. इस दौरान उन्हें भी गोलियां लगीं जो उनकी हड्डियों में काफी अंदर तक घुस गईं. अहमद की इस बहादुरी से जहां दुनिया दंग है, वहीं उनके माता-पिता को अपने बेटे पर नाज है. उन्होंने अहमद को 'हीरो' बताया है. कहा कि उनका बेटा किसी की जान बचाने के लिए लड़ भी सकता है.

मोहम्मद फतेह अल अहमद और मलाकेह हसन अल अहमद कुछ समय पहले ही सिडनी आए थे. उनका बेटा अहमद 2006 से ऑस्ट्रेलिया में है. दंपती ने ABC के साथ बातचीत में बताया, “हमारे बेटे के कंधे पर चार से पांच गोलियां लगीं. कुछ गोलियां अभी भी उसके शरीर में धंसी हुई हैं.”

अहमद के माता-पिता ने आगे बताया,

“जब अहमद अपने दोस्त के साथ बोंडी बीच पर कॉफी पी रहा था, तब उसे गनशॉट की आवाज सुनाई दी. उसने एक बंदूकधारी को पेड़ के पीछे छिपा देखा. जब उसकी गोलियां खत्म हो गईं, तो अहमद पीछे से उसके पास पहुंचा और उसके हाथों से बंदूक छीन ली. लेकिन उसी समय दूसरा हमलावर (हथियार के साथ) पुल पर था. उसके पास शायद स्नाइपर राइफल थी. उसने अहमद पर गोलियां चला दीं.”

अहमद के पिता ने कहा कि जब से उसकी मां मलाकेह को पता चला है कि अहमद को गोली लगी है, तब से उसका रो-रोकर बुरा हाल है. वो बस अपने बेटे की जान बच जाने की दुआ मां रही हैं.

फतेह अल अहमद ने कहा कि उनका बेटा किसी भी देश के व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं करता, चाहे उनका धर्म कोई भी हो. उन्होंने अल्बानिया सरकार से उनके दो अन्य बेटों को ऑस्ट्रेलिया लाने की अपील की है. ताकि वे इस मुश्किल घड़ी में परिवार की मदद कर सकें. दोनों रूस और जर्मनी में रहते हैं.

सिडनी के बोंडी बीच पर ‘हनुक्का’ फेस्टिवल के दौरान हुई गोलीबारी में अब तक 15 लोगों के मरने की खबर है. मृतकों में 10 से 87 साल की उम्र के लोग शामिल हैं. 40 से ज्यादा लोग घायल हैं. उनका इलाज किया जा रहा है.

वीडियो: सिडनी में यहूदियों पर हुए हमले के मुख्य आरोपियों का पता चल गया, नेतन्याहू ने क्या कहा?

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