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ऑस्ट्रेलिया में आतंकियों से भिड़ने वाले अहमद के माता-पिता की बात सुन दिल खुश हो जाएगा!

Australia Bondi Beach attack: अहमद अल अहमद ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर अपनी जान की परवाह किए बगैर आतंकी से भिड़ गए थे. उन्हें कई गोलियां गली है. अहमद के माता-पिता ने उसे हीरो बताया है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा किसी की भी जान बचाने कुछ भी कर सकता है.

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Australia Bondi Beach attack
अहमद के माता-पिता (फोटो-ABC)
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रितिका
15 दिसंबर 2025 (Updated: 15 दिसंबर 2025, 07:36 PM IST)
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'अहमद अल अहमद', सोशल मीडिया पर यह नाम बहादुरी के लिए से चर्चा में हैं. ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर जब हमलावर अटैक कर रहे थे, तब अहमद अपनी जान की परवाह किए बगैर आतंकी से भिड़ गए. इस दौरान वह गोलियों के शिकार भी हुए. बताया जा रहा है कि कुछ गोलियां उनकी हड्डियों में काफी अंदर तक लगी हैं. अहमद के माता-पिता ने अपने बेटे को 'हीरो' बताया है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा किसी की भी जान बचाने के लिए लड़ सकता है.

अहमद के पिता मोहम्मद फतेह अल अहमद और मां मलाकेह हसन अल अहमद कुछ समय पहले ही सिडनी आए थे. उनका बेटा 2006 से ऑस्ट्रेलिया में ही है. उन्होंने ABC के साथ बातचीत में बताया,

“उनके बेटे के कंधे पर चार से पांच गोलियां लगी थीं. जिनमें से कई गोलियां अभी भी उसके शरीर में फंसी हुई हैं.”

अहमद के परिवार के मुताबिक,

“जब अहमद अपने दोस्त के साथ बोंडी बीच पर कॉफी पी रहा था, तब उसे गनशॉट की आवाज सुनाई दी. उसने एक बंदूकधारी को पेड़ के पीछे छिपा देखा. जब उसकी गोलियां खत्म हो गई, तो अहमद पीछे से उसके पास पहुंचा और उसके हाथों से बंदूक छीनने में कामयाब रहा. लेकिन उसी समय दूसरा व्यक्ति (हथियार के साथ) पुल पर था. उसके पास शयाद स्नाइपर राइफल थी. उसने अहमद को जान से मारने की कोशिश की. अहमद पर गोलियां चलाईं.”

अहमद के पिता ने कहा कि जब उसकी मां को गोली लगने की बात पता लगी, तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. उनकी मां का कहना है कि हम भगवान से दुआ करते हैं कि उसकी जान बच जाए.

फतेह अल अहमद ने कहा कि उनका बेटा किसी भी राष्ट्रीयता के व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं करता, चाहे उनका धर्म कोई भी हो. अहमद के पैरेंट्स ने अल्बानिया सरकार उनके दो बेटों को ऑस्ट्रेलिया लाने की अपील की है, जो जर्मनी और रूस में रहते हैं. ताकि वह इस मुश्किल घड़ी में परिवार की मदद कर सके. 43 साल के अहमद अल अहमद सिडनी के सदरलैंड में एक फल की दुकान चलाते हैं. उनकी दो बेटियां हैं.  

सिडनी के बोंडी बीच पर ‘हनुक्का’ फेस्टिवल के दौरान हुई गोलीबारी में अब तक 15 लोगों के मरने की खबर है. मरने वालों में 10 से 87 साल की उम्र के लोग हैं. 42 घायलों को हॉस्पिटल ले जाया गया.
 

वीडियो: सिडनी में यहूदियों पर हुए हमले के मुख्य आरोपियों का पता चल गया, नेतन्याहू ने क्या कहा?

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