‘BMW नहीं, मेरी गाड़ी मारुति 800 है…’ डॉ मनमोहन सिंह के बॉडीगार्ड रहे असीम अरुण ने और क्या बताया?
यूपी की Yogi Adityanath सरकार में मंत्री और पूर्व IPS Asim Arun ने भी Dr Manmohan Singh को याद करते हुए उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर शेयर किया है. जब वे 2004 से लेकर तीन साल तक मनमोहन सिंह के बॉडीगार्ड रहे थे.
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भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh) ने गुरुवार, 26 दिसंबर की रात दुनिया को अलविदा कह दिया. वो 92 साल के थे. तमाम बड़े नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. डॉ मनमोहन सिंह सादगी पसंद और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे. जिसकी वजह से उन्हें आज याद किया जा रहा है. तीन साल तक मनमोहन सिंह के बॉडीगार्ड रहे पूर्व IPS असीम अरुण (Asim Arun) ने भी उन्हें याद करते हुए उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर शेयर किया है.
‘मेरी गड्डी तो मारुति है…’असीम अरुण ने बताया कि 2004 में जब डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने थे. उस वक्त वे 2004 से लेकर तीन साल तक उनके बॉडीगार्ड रहे थे. इन्हीं दिनों का एक किस्सा सुनाते हुए असीम अरुण ने लिखा-
परछाई बनकर साथ रहने की थी जिम्मेदारी“डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी - मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली BMWके पीछे खड़ी रहती थी. मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति). मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है. इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है. लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते. जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है. करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है.”
असीम अरुण ने बताया ये किस्सा उस वक्त का है जब वे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा के दी गई SPG (Special Protection Group) की टीम में थे. उन्होंने लिखा-
कौन हैं असीम अरुण?“SPG में PM की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम. जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था. AIG सीपीटी वो व्यक्ति है जो PM से कभी भी दूर नहीं रह सकता. यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा. ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी मेरी थी.”
असीम अरुण, 1994 बैच के रिटायर्ड IPS हैं. जिन्हें 2004 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के SPG टीम का प्रमुख चुना गया था. इसके बाद तीन साल तक वे डॉ मनमोहन सिंह के बॉडीगार्ड रहे थे. 2022 में उन्होंने BJP ज्वॉइन करके अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. असीम अरुण कन्नौज सदर विधानसभा से विधायक हैं. फिलहाल वे योगी सरकार में सामाजिक और SC/ST कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं.
PM मोदी ने भी की थी तारीफPM मोदी ने भी राज्यसभा के रिटायर्ड सदस्यों के फेयरवेल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की खुले दिल से तारीफ की थी. इन रिटायर्ड सदस्यों में डॉ मनमोहन सिंह भी शामिल थे जो सदन से विदा ले रहे थे और 8 फरवरी 2024 को उनका राज्यसभा में आखिरी दिन था.सदन से विदा लेते वक्त PM मोदी ने भी उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि जब भी भारतीय लोकतंत्र की चर्चा होगी, मनमोहन सिंह का नाम हमेशा आदर के साथ लिया जाएगा.
डॉ मनमोहन सिंह 1991 से 1996 के बीच पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में भारत के वित्त मंत्री रहे. उन्होंने बजट के दौरान LPG यानी उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण से जुड़े कई एलान किए थे, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली. उनके योगदान को देखते हुए डॉक्टर सिंह को साल 1987 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
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