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नगरोटा जहां से थोड़ी ही दूर रहते हैं विस्थापित कश्मीरी पंडित

आतंकवादियों के हमले का शिकार बना जम्मू-कश्मीर का नगरोटा. सेना के स्थायी कैंपों वाला शहर.

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आशुतोष चचा
29 नवंबर 2016 (Updated: 29 नवंबर 2016, 02:02 PM IST) कॉमेंट्स
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मंगलवार सुबह साढ़े 5 बजे इंडियन आर्मी की टुकड़ी पर आतंकियों ने हमला किया. मुठभेड़ जारी है. सात आतंकी मारा गया. और हमारे सात जवानों की शहादत की खबर भी है. और  9 जवान जख्मी हैं. ये सब हुआ है नगरोटा में. जम्मू कश्मीर का ये शहर देश की सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है.
जम्मू कश्मीर हाईवे नंबर 1A पर है नगरोटा. जम्मू और ऊधमपुर के बीच. जम्मू से इसकी दूरी तकरीबन 15 किलोमीटर है. और यहां से पाकिस्तान बॉर्डर 39 किलोमीटर है. ताजे आत्मघाती हमले के बारे में रिपोर्ट है कि आतंकी रामगढ़ सेक्टर से बॉर्डर पार करके आए.
नगरोटा से 2.6 किलोमीटर की दूरी पर 'जगती टाउनशिप' है. ये बस्ती विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए है. जिसका इनॉगरेशन किया था डॉक्टर मनमोहन सिंह ने, 4 मार्च सन 2011 में. इस टाउनशिप का खास ध्यान इंडियन आर्मी रखती है. क्योंकि नगरोटा में आर्मी के गैरिसन कैंप हैं. मतलब सैनिकों के स्थाई कैंप. नगरोटा के पास रेलवे स्टेशन कोड है, रेलवे स्टेशन नहीं. अभी ये जम्मू- श्रीनगर रेलवे ट्रैक बढ़ने का इंतजार कर रहा है. हां यहां सैनिक स्कूल है. 22 अगस्त सन 1970 का बना. CBSE सिलेबस वाला ये स्कूल सिर्फ लड़कों के लिए है जो नेशनल डिफेंस एकेडमी में भर्ती कराने के लिए भी उनकी तैयारी कराता है.
SS-NAGROTA
लगभग 20 हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र की मुख्य भाषा है उर्दू. तराई वाला यह क्षेत्र नालों से भरा है. मतलब हाईवे तो यहां से गुजरता ही है, लेकिन नाले बहुत हैं. जिनकी वजह से मिलिटेंट्स को छिपने की जगह मिल जाती है.
इस सबके बावजूद यहां सेना के कैंप पर शायद ये पहला ऐसा हमला है. घाटी के हालात सन 99 से 2000 तक बहुत खराब थे, तब भी ये एरिया बच गया. हां, कुछ महीने पहले इसी हाईवे पर थोड़ी दूर एक आतंकी ने अपना काम दिखाया था. लेकिन हमारी फौज ने उसे वहीं मार दिया था. ये इसी साल 13 जून की बात है. इसी हाईवे पर CRPF के जवानों ने चेकिंग लगा रखी थी. वाहन जा रहे थे आ रहे थे. एक बस आई. उसे चेक कराने के लिए रोका तो एक आदमी ने फायरिंग कर दी. जवानों ने उसको वहीं मारकर लिटा दिया. लेकिन इस हमले में गोली लगने से एक औरत की जान चली गई.
वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले लोगों के लिए भी ये जगह खास है. यहां कौल कोंडली मंदिर है. कहानी फेमस है कि ये मंदिर पांडवों ने बनवाया था. नगरोटा के पहले इस जगह का नाम नागराज था. और ये भी कहा जाता है कि वैष्णो देवी के लिए जाने वाले को अपनी यात्रा यहां से शुरू करनी चाहिए.
Image: Divine India
Image: Divine India

तो इस ऐतिहासिक बैकग्राउंड वाला क्षेत्र है नगरोटा जहां आर्मी का स्थाई कैंप है. अटैक के बाद इस हाईवे को बंद कर दिया गया है. स्कूलों को बंद रखने को कहा गया है. आगे जो भी अपडेट होगी, आपको मिलती रहेगी.

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