जूसर वाली बात भी खोलकर बताएंगे. पर पहले आपको तीन लौंडों से मिलवाते हैं.
संजय राजौरा
43 साल का लड़का! दिल्ली का जाट. खूब पढ़ाई की. इंजीनियर बने. 10 साल रहे. फिर कॉमेडियन बन गए. सॉफ्टवेयर वालों की जमकर लेते हैं. पहला सुपरहिट शो जाट इन मूड. छह साल से स्टैंडअप कॉमेडी कर रहे हैं.
वरुण ग्रोवर
मम्मी टीचर, पापा फौजी. लखनऊ में पले बढ़े. फिर आईआईटी बनारस से बीटेक. एक साल नौकरी के बाद मुंबई गए. द ग्रेट इंडियन कॉमेडी शो लिखा. उसके बाद बहुत कुछ उखाड़ा. जैसे, गैंग्स ऑफ वासेपुर के गाने.
राहुल राम
इंडियन ओशियन बैंड वाले. दिल्ली में स्कूलिंग. आईआईटी वगैरह में पढ़ाई. वजीफा लेकर विदेश गए डॉक्टरी करने साइंस में. लौटे तो मेधा पाटकर के नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ गए. गिटार बजाते हैं. गाने के अलावा लॉजिक से लव करते हैं.
तीनों में दो चीजें कॉमन हैं. पहली, तीनों साइंस के जबर स्टूडेंट रहे. दूसरी. तीनों ‘ऐसी तैसी डेमोक्रेसी’ नाम का कॉमेडी शो करते हैं. इसे कॉमेडी कहने से मर्म नहीं आ रहा. यूं समझ लीजिए कि व्यंग्य करते हैं. सस्तापन नहीं होता इसमें. हंसी होती है मगर तेज धार. साथ में कविताएं भी. इसी में बताया गया है यूपी रोडवेज में जूसर बेचने वाले एक आदमी के बारे में. और आदमी की ये कहानी नरेंद्र मोदी तक पहुंचती है.
अब तक इस शो की जानकारी फेसबुक पर मिलती थी. टिकट बुक माई शो पर मिलते थे. अब जय हो गूगल देवता की. इनके शो का पूरा का पूरा एक ऐपिसोड यूट्यूब पर आ गया. देखिए. सोचिए. स्माइल और ठहाके तो आएंगे ही.
अवैधानिक चेतावनीःनरेंद्र मोदी, अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी के परम भक्त संभलकर देखें. आहत होने की भयानक संभावना है.
देखिए बीइंग इंडियन के सौजन्य से, ऐसी तैसी डेमोक्रेसी
https://www.youtube.com/watch?v=MsvlXgYg2_A