हर बंदर बजरंग बली नहीं होता. कम से कम ये वाला तो नहिये है. वो खुद उड़ जाते थे ये स्टॉप पर खड़ी बस को उड़ाने लगा. जब तक बस का 100 टका टंच ड्राइवर हालात संभाले, दो और गाड़ियों की बैंड बजा दी.
उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट की बस पीलीभीत बस स्टॉप से चलने वाली थी. कंडक्टर बाबू बाहर खड़े सवारियां बुला रहे थे. एक सवारी एक सवारी एक सवारी करके. बस निकलने का टाइम आधे घंटे बाद का था तो ड्राइवर साहब ने सोचा कि इस बेशकीमती वक्त को जाने न दिया जाए. कुछ देर सीट पर लेट कर झपकी मार लेते हैं. स्टाफ सीट पर जाकर पसर गए.
इतने में एक बंदर ने आकर पायलट सीट संभाल ली. चाबी पहले से लगी थी बस घुमाना था. घुमा कर इंजन चालू कर दिया. ड्राइवर साहब चौंक कर उठे और बंदर से स्टीयरिंग छीनने लगे. खिसियाए बंदर ने गाड़ी दूसरे गियर में लगाई और बाहर कूद गया. जब तक ड्राइवर संभाले तब तक दो गाड़ियों में टक्कर मार दी.
बौंगड़ बंदर को बस चलाते देख लोग जहां जगह मिली वहां भाग कर घुस गए. सब निपट जाने के बाद रीजनल मैनेजर ने कहा कि डिस्टर्बिंग की वजहों की जांच की जा रही है.