गृहमंत्री जी, आपके घर के बाहर 1962 की जंग का सिपाही है
86 साल का हीरालाल बक्सर से चलकर दिल्ली आया है. गृहमंत्री से फरियाद करना चाहता है. वहां उससे कहा गया mygov.in पर लॉगिन करो.
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फोटो - thelallantop
86 साल के हीरालाल बिहार के बक्सर से चलकर दिल्ली आए हैं. 17 अकबर रोड पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के दरवाजे पर डेरा डाले हैं. डिमांड है कि उनका राशन और पेंशन कार्ड बनवा दिया जाए. किसी जगह सुनवाई नहीं हुई, तब यहां आए हैं.
खास बात ये है कि हीरालाल को यहां से बड़ी उम्मीद थी. लेकिन यहां आकर वो ठंडी पड़ गई. जब गेट पर से ही स्टाफ ने बाहर कर दिया. हीरालाल आंखों में नाच आए आंसू रोकते हुए अपनी कहानी बताते हैं.
बक्सर जिले के पंतमेवदा गांव के रहने वाले हैं. अपने बारे में बताते हैं कि सन 1962 में जब चीन से युद्ध हुआ था. तब सरकार ने घायल सैनिकों को खून देने के लिए अपील की थी अपने देशवासियों से. जो लोग आगे आए उनमें से एक हीरालाल भी थे.
लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. वो सब हुई इतिहास की बात. आज उनके पास राशन कार्ड है लेकिन उस पर राशन नहीं मिलता. पेंशन नहीं मिलती. घर में रोटी के लाले पड़े हैं. यहां गृहमंत्री राजनाथ सिंह के गेट पर उनको बताने वाले बता देते हैं कि पहले अपॉइंटमेंट लेकर आओ. तब साहब मिलेंगे. कभी कहते हैं कि mygov.in पर अपनी लॉगिन आईडी बनाकर एप्लीकेशन दो. समझ रहे हो न. सब टरकाने वाले चोंचले हैं.
अब गृहमंत्री जी से ही उम्मीद है कि वो इसमें अपना इंट्रेस्ट दिखाएं और बुजुर्ग की मदद करें.