भंडारी के 'करप्शन भंडार' से जुड़ा गजपति राजू का नाम
डिफेंस डील में फंसे संजय भंडारी को लेकर जो कांग्रेस कल तक आरोपों को साजिश कह रही थी. अब वो भी चौड़ मोड में आ गई है. क्योंकि..
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फोटो - thelallantop
डिफेंस डीलर संजय भंडारी के खिलाफ करप्शन को लेकर जांच चल रही है. संजय पर लंदन में घर खरीदकर रॉबर्ट वाड्रा को देने का आरोप है. अब संजय भंडारी के कनेक्शन सिविल एविएशन मिनिस्ट्री अशोक गजपति राजू से जुड़ते नजर आ रहे हैं. खबर है कि अशोक गजपति राजू के बेहद करीबी अप्पा राव और संजय भंडारी के बीच बीते 17 महीनों में 355 बार फोन कॉल्स की गईं. इस बात का खुलासा संजय भंडारी के घर छापेमारी के दौरान मिले डॉक्यूमेंट्स से हुआ है.
अप्पा राव गजपति राव के OSD हैं. अप्पा राव ने भंडारी के कॉल्स करने की बात को खारिज किया. राव ने कहा, 'भंडारी ने कुछ भी फोन किए थे. पर ये फोन कॉल्स इतनी नहीं हुईं कि इनके नंबर्स को याद रखा जा सके. भंडारी एविएशन मिनिस्ट्री में तीन या चार बार आए थे. गजपति राजू ने भी भंडारी से मुलाकात की थी. पर ये मुलाकात एयरक्राफ्ट्स के पार्ट्स खरीदने को लेकर थी.'एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, भंडारी और राजू की मुलाकात करीब डेढ़ साल पहले हुई थी. गजपति राजू तेलगू देशम पार्टी से हैं. बीजेपी के साथ केंद्र में गठबंधन है. बुधवार को बीजेपी लीडर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, 'संजय भंडारी के साथ वो संपर्क में हैं. और उनकी मुलाकातें प्रोफेशनल नहीं, पर्सनल हैं. हमारी बीच दोस्ती है.' अब तक रॉबर्ट वाड्रा के मामले में संजय भंडारी से जुड़े होने को खारिज करने वाली कांग्रेस अब चौड़ मोड में आ गई है. कांग्रेस गजपति राजू और संजय भंडारी को लेकर जांच की बात कर रही है. कांग्रेस ने कहा, 'करप्शन के आरोप लगाकर बीजेपी संजय भंडारी के साथ अपने संबंधों की अनदेखी कर रही है.' रॉबर्ट वाड्रा और संजय भंडारी के बीच हुई मेल-बाजी यहां पढ़िएकौन है संजय भंडारी? भंडारी ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस कंपनी के मालिक हैं. 2008 में एक लाख रुपये की पेड-अप कैपिटल के साथ कंपनी शुरू की थी. डिफेंस डील से जुड़ी डील्स में नाम आया. अप्रैल में ED और इनकम टैक्स वालों ने छापेमारी की. संजय भंडारी ने कुछ ही सालों में करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली है. संजय भंडारी की ही कंपनी OIS को 38 कॉम्बेट एयरक्राफ्ट के पार्ट्स की सप्लाई की एक डील मिली है. ये पार्ट्स इंडिया डेजॉल्ट एविएशन से खरीद रहा है. संजय भंडारी पर दर्जनों शैल कंपनियां बनाईं थीं. शैल कंपनियां यानी ऐसी नॉन ट्रैडिंग कंपनियां जो सिर्फ इसलिए बना दी जाती हैं, जिन्हें फ्यूचर में अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा सके. संजय की वाइफ सोनिया इनमें से कई कंपनियों की डायरेक्टर्स हैं. बता दें कि सुमित चड्ढा संजय भंडारी के एसोसिएट हैं और लगातार रॉबर्ट वाड्रा से भी संपर्क में रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, संजय भंडारी की कंपनियों ने शैल कंपनियों के जरिए करीब 70 करोड़ रुपये रिसीव किए. पढ़िए रॉबर्ट वाड्रा के फंसने पर सोनिया क्या बोलीं…आखिर ये अगस्टा वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर भसड़ है क्या?डिफेंस सेक्टर के वो घोटाले, जिसमें नेहरू से लेकर अटल तक का आया नाम..