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19 साल की उम्र में दोनों हाथों से सिद्धू मूसेवाला पर बरसाई गोलियां, कौन है अंकित सिरसा?

महज 19 साल की उम्र में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड जैसी वारदात को अंजाम दिया. एक नंबर के शातिर अंकित सिरसा से जुड़ी जानकारियां हैरान करने वाली हैं.

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ankit sirsa shooter
बाएं- अंकित सिरसा, दाएं- सिद्धू मूसेवाला (फोटो- आजतक)
4 जुलाई 2022 (Updated: 4 जुलाई 2022, 19:50 IST)
Updated: 4 जुलाई 2022 19:50 IST
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सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) हत्या मामले में दो और गिरफ्तारियां हुई हैं. इनमें से एक आरोपी का नाम है अंकित सिरसा (Ankit Sirsa). ये शख्स महज 4 महीने पहले लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) की गैंग में शामिल हुआ है. 

कौन है अंकित सिरसा?

बताया जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या उसके द्वारा किया गया पहला मर्डर है. ये बात हैरान करती है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के आरोपी अंकित सिरसा की उम्र केवल 19 साल है. वो सिर्फ 9वीं पास है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने अंकित के बारे में जानकारी देते हुए बताया,

अंकित सिरसा ने नजदीक से सिद्धू मूसेवाला पर गोली चलाई थी. प्रियव्रत फौजी के साथ अंकित उसकी गाड़ी में ही मौजूद था.

महज साढ़े 18 साल की उम्र में अंकित सिरसा पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हो गया था. मूसेवाला के कत्ल के बाद पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीमें लगातार अंकित सिरसा की तलाश में जुटी हुई थीं. आजतक से जुड़े हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक सोनीपत के सिरसा गांव का रहने वाला अंकित करीब एक साल पहले ही लॉरेन्स बिश्नोई के गैंग के संपर्क में आया था. इसके बाद राजस्थान में इसने दो वारदातों को अंजाम दिया.

बिश्नोई गैंग से कैसे जुड़ा ?

रिपोर्ट के मुताबिक अंकित सिरसा सबसे पहले मोनू डागर के संपर्क में आया. मोनू ने अंकित की मुलाकात अनमोल नाम के शख्स से कराई और अनमोल के जरिये अंकित बिश्नोई गैंग से जुड़ गया. फिलहाल राजस्थान में अंकित के खिलाफ हत्या की कोशिश के दो मामले दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक अंकित इतना शातिर है कि साथियों से संपर्क के लिए वॉट्सएप कॉल का भी इस्तेमाल नहीं करता है. पुलिस के हवाले से बताया गया है कि मूसेवाला हत्याकांड के बाद अंकित की विदेश भागने की योजना थी.

शूटआउट में शामिल अंकित सिरसा का साथी सचिन भिवानी भी गिरफ्तार हुआ है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक ये दोनों लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के गैंग में काम करते थे. इनके पास से पंजाब पुलिस की तीन वर्दी, एक 9mm की पिस्टल, एक 3mm की पिस्टल, डोंगल और दो मोबाइल सेट बरामद किए गए हैं.

खबर के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने दोनों को रविवार, 3 जुलाई की रात 11 बजकर 5 मिनट पर कश्मीरी गेट के पास महात्मा गांधी मार्ग से गिरफ्तार किया. अब तक पुलिस इस मर्डर केस में शामिल दर्जनों आरोपियों को हिरासत में ले चुकी है. बाकी बचे शूटर्स की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में पुलिस की ताबड़तोड़ रेड जारी है.

गौरतलब है कि 29 मई को पंजाब के मानसा जिला स्थित जवाहरके गांव के नजदीक सिद्धू मूसेवाला की गोलियों मारकर हत्या कर दी गई थी. कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी. गोल्डी तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का बेहद करीबी है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इन्होंने अपने दोस्त विक्की मिद्दूखेड़ा की मौत का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. पिछले साल मिद्दूखेड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लॉरेंस गैंग का मानना था कि विक्की मिद्दूखेड़ा के हत्यारों को सिद्धू मूसेवाला ने पनाह देने का काम किया था.

देखें वीडियो- मूसेवाला की हत्या में आ रहा बम्बिहा गैंग का नाम, जानें पूरी कहानी

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