सयेदा हमीद पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो की बायोग्राफी मेंएक किस्से में जिक्र करती हैं, ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो एक रोज़ एक मीटिंग में पहुंचे. आर्मी जनरल जिया उल हक़ ने उठकरउनके लिए कुर्सी खींची. भुट्टो बड़े खुश हुए और मुड़कर अपने एक सहायक से पूछा, रावराशिद, हमने जनरल के पद के लिए जिया को कैसे चुना ? राव रशीद ने जवाब दिया,“अमेरिका से एक टीम आई थी.उन्हें एक लिस्ट दी गई. लिस्ट में जिया का नाम काटते हुएउन्होंने लिखा, बेकार आदमी”. भुट्टो कहते हैं. ‘हां इसी कारण हमने जिया को चुनाथा.’ एक और किस्सा है. एक रोज़ भुट्टो चाय पी रहे थे. चाय छलकी और उनके जूतों पर गिरगई. जिया ने देखा तो अपना रुमाल निकाला और भुट्टो के जूते साफ़ करने शुरू कर दिए. येदेखकर भुट्टो ने अपना पैर कुर्सी में रख दिया. मानो कह रहे हों, सही से साफ़ करो.भुट्टो ने कई लायक उम्मीदवारों को छोड़कर जिया को आर्मी चीफ बनाया था. और इन्हींजिया ने मौका मिलते ही भुट्टो को फांसी पर चढ़ा दिया. देखिए वीडियो.