एक 300 साल पुरानी राजशाही. एक पांच फ़ुट पांच इंच का क्रांतिकारी, एक अय्याश संत.एक राजा-रानी और एक हत्याकांड. सांचे में बिठाएं तो ये सभी एक बेस्ट सेलर नॉवल कापार्ट हो सकते हैं. लेकिन आप जानते ही हैं कि कई बार सच्चाई कल्पना से भी ज्यादाहैरान करने वाली होती है. ये सब किरदार एक ऐसे साम्राज्य के पतन की कहानी का हिस्साहैं, जो समूचे मानव इतिहास का तीसरा सबसे बड़ा साम्राज्य था. जिसके आख़िरी राजपरिवारको तहखाने में गोलियों से भून डाला गया. और जिसके खात्मे ने दुनिया की सबसे लम्बीवैचारिक जंग की शुरुआत की. पूंजीवाद और साम्यवाद की जंग. ये कहानी है रूस की, जो किसी ज़माने में एक साम्राज्य था, फिर पिछली शताब्दी मेंहुई कम्युनिस्ट क्रांति के बाद कई देशों के एक संघ का हिस्सा बना और अब इक्कीसवींसदी में वि फिर से एक देश है. - रूस के साम्राज्य का अंत कैसे हुआ?- कैसे मारा गया रूस का आख़िरी ज़ार. - इस कहानी का ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया से क्या नाता है.