तारीख: कहानी 'अमीर खुसरो' की जिसे 'हिंदुस्तान का तोता' नाम से ख्याति मिली
उस दौर में दिल्ली में गयासुद्दीन बलबन का राज था. एक दिन बादशाह के भतीजे अलाउद्दीन किशली खान, उसने खुसरो की तारीफ सुनने के बाद उन्हें दरबार बुलाने का मन बनाया. फारसी और देसी भाषा में मिलेजुले शिरीनी लफ्ज सुनकर मलिक छज्जू खुसरो के मुरीद हो गए.