साल 1953. कोरियन वॉर के आखिरी दिनों की बात है. साउथ कोरिया के किम्पो एयरबेस परकैप्टन डेव विलियम फ्लाइट की तैयारियों में जुटे थे. कि तभी उन्होंने देखा, एकविमान अचानक आकर एयरबेस पर लैंड हुआ. ये अमेरिकी प्लेन नहीं था. बल्कि नार्थ कोरियाका एक लड़ाकू जेट था. कैप्टन डेव हक्के बक्के थे. बेस पर हमला हुआ है, ये सोचकरउन्होंने अपने साथियों को आवाज देने की कोशिश की. इससे पहले की कोई कुछ करता, प्लेनसे एक शख्स बाहर आया. वही प्लेन का पायलट था. और अकेला था. उसके हाथ में कुछतस्वीरें थीं. पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो देखें.