तिलक के इस भाषण के कुछ ही दिन बाद पुणे में एक बड़े अंग्रेज अफसर की हत्या कर दीगई. पिछले एपिसोड में हमने आपको बताया था कि बाल गंगाधर तिलक और उनके अखबारों सेहलकान अंग्रेज बहाना ढूंढ रहे थे कि कब उन्हें सजा दी जाए. शिवाजी और अफज़ल के मसलेपर तिलक के इस भाषण के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि ICS ऑफिसर वॉल्टर चार्ल्सरैंड की हत्या की वजह तिलक का भड़काऊ भाषण है. और उन्हें 18 महीने के सश्रम कारावासकी सजा सुना दी गई. लेकिन ये रैंड कौन था? उसकी हत्या क्यों की गई? पूरी कहानीसुनाते हैं जो उन तीन चापेकर बंधुओं से जुड़ी है जिन्होंने एक अत्याचारी अंग्रेजअधिकारी को मौत के घाट उतारा और खुद फांसी पर झूल गए.