आज के समय में ये पाकिस्तान के मिलिटरी एस्टैब्लिशमेंट की पहचान बन चुका है. बलोचनागरिक रोज़ाना इसके शिकार हो रहे हैं. इसी के ख़िलाफ़ हज़ारों बलोच इन दिनोंइस्लामाबाद में हैं. सरकार से गुज़ारिशें कर रहे हैं. मगर वो कुछ भी सुनने को तैयारनहीं है. पाकिस्तान के कार्यावहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक़ काकर ने तो भारत पर आरोपलगा दिया. बोले कि प्रोटेस्ट के लिए भारत पैसा दे रहा है.दिलचस्प बात ये है कि काकर बलोचिस्तान से ही आते हैं.तो, आज हम जानेंगे,- बलोच प्रदर्शनकारी सरकार से क्या मांग रहे हैं?- पाकिस्तान की राजनीति में बलूचिस्तान की क्या भूमिका है?- और, सरकार और सेना की आलोचना करने वाले बलोच कहां ग़ायब हो जाते हैं?