जब कभी कोई विमान हादसे का शिकार होता है तो उसमें कम ही चीज़ें हैं, जो सुरक्षित रह पाती हैं. क्यूंकि विमान क्रैश होने से पहले इतनी ऊंचाई पर होता है कि वहां से नीचे गिरने पर कम ही संभावना होती है कि कोई चीज़ साबुत बचे. और इसलिए हमें कोई सबूत नहीं मिल पाता – जिससे कि पता चल सके, हादसे का क्या कारण था और भविष्य में इससे कैसे बचा जाए. इसलिए किसी भी विमान में दो डिवाइस बहुत ज़्यादा सुरक्षित रखे जाते हैं. इतने सुरक्षित कि ये किसी भी हादसे से बच सकें. यदि विमान समुद्र या पानी में कहीं गिर जाए तो वहां पर भी काम कर सकें एवं/अथवा नष्ट न हों. इन्हीं दो डिवाइसेज़ को ब्लैक बॉक्स कहा जाता है. देखें वीडियो.