हिमांशी मैम ने दिया करारा जवाब - "मुझे कोई ट्रोल करता है तो..."
“मैं इसे दो तरह से देखती हूं..."
यूट्यूब क्रिएटर और टीचर हिमांशी सिंह भी साल 2022 में लल्लनटॉप अड्डे के मंच पर आई. ऑनलाइन एजुकेशन और आलोचकों पर हिमांशी ने बात की. जानिए उन्होंने क्या जवाब दिया?
ऑनलाइन एजुकेशन के बारे में बताते हुए हिमांशी ने कहा कि,
कैसे हिमांशी क्रिटिक्स को डिफेंड करती हैं?“ऑनलाइन एजुकेशन एक वरदान के रूप में है. ऑनलाइन बहुत से सीरियस लोग पढ़ते हैं और उन्हें फायदा भी होता है. मुझे नहीं लगता कि ऑनलाइन एजुकेशन के कुछ नुकसान हैं, मेरे हिसाब से वरदान ज्यादा है. कोविड के बाद से ऑनलाइन क्लासेज का चलन बढ़ा है. अगर मेरे लर्नर्स मुझसे जुड़े हुए हैं तब तक चीजें ठीक रहेंगी.”
इस सवाल पर बोलते हुए हिमांशी ने कहा,
फोन के सेल्फी कैमरे से रिकॉर्ड किया पहला वीडियो“मैं इसे दो तरह से देखती हूं. एक तो ट्रोलिंग होती है और दूसरी आलोचना होती है. ट्रोलिंग पर आप ज्यादा सीरियस नहीं हो सकते हो. कई बार तो लोग आलोचना करते हैं. आलोचना को हम सही तरह से ले सकते हैं. निंदा करने वालों को पास ही रखना चाहिए. आलोचना से आप खुद को सुधार सकते हैं. मैंने आलोचकों से बहुत-सी चीजें सीखी हैं. आजकल तो आलोचना अपने आप को बेहतर करने का तरीका है. ट्रोलिंग को नकारा जा सकता है.”
हिमांशी ने आगे बताया कि सितंबर में CTET का एग्जाम दिया था और अक्टूबर में ये करने का फैसला किया. मैंने अपने फोन के सेल्फी कैमरे से पहला वीडियो रिकॉर्ड किया. मैप को दीवार पर लगा दिया था ताकि बैकग्राउंड सुंदर लगे. इसके बाद ढाई मिनट की वीडियो रिकॉर्ड की. उसमें भी इतने पॉज थे और वाहियात अंग्रेजी बोलने की कोशिश कर रही थी. वो वीडियो आज भी मेरे चैनल पर मौजूद है. उसके बाद बहुत-सी चीजें सीखी जैसे एडिटिंग और बाकी चीजें.
वीडियो- लल्लनटॉप अड्डा: हिमांशी सिंह ने कैसे यूट्यूब के ज़रिए 6000₹ से ऑडी तक का सफर तय किया?