तारीख: 2013 की बाढ़ के बाद केदारनाथ के सर्वे में कौन सा राज खुला था?
वास्तु के मुताबिक भी ये जगह ऊर्जा क्षेत्र मानी गई. पहाड़ों से उतरती मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के बीच ग्लेशियल मलबे से इसके प्राकृतिक चबूतरे का निर्माण हुआ था. एक तरह का उथला हुआ भू भाग. मीड्यल मोरैन. इसी के ऊपर 187*80 फीट के आयताकार चबूतरे पर मंदिर बना.