गुरु अर्जन देव के बलिदान ने सिख धर्म को कैसे बदला?
1605 में मुगल बादशाह अकबर की मृत्यु के बाद खुसरो मिर्जा और सलीम उर्फ जहांगीर के बीच उत्तराधिकार की लड़ाई छिड़ गई. जहांगीर के आगरा की गद्दी पर बैठने के बाद खुसरो ने विद्रोह कर दिया और लाहौर चले गए. इस यात्रा के दौरान, खुसरो की मुलाकात 5वें सिख गुरु अर्जन देव से हुई. जहांगीर ने अर्जन देव को जेल में डालने का आदेश दिया, जहां उन्हें यातनाएं दी गईं और बाद में उनकी मृत्यु हो गई. खुसरो ने अपना जीवन जेल में बिताया और बाद में शाहजहां ने उसे मार डाला
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