पान सुपारी का व्यापारी बनकर मुजीबुर रहमान से मिलने वाला व्यक्ति और कोईनहीं RN काओ ही थे. आज ही के दिन यानी 11 अप्रैल, 1955 को काओ का निधन हुआ था. भारतकी आज़ादी से लेकर IB के गठन, 71 युद्ध, RAW के गठन, इंदिरा गांधी की हत्या, इनसबको काओ ने बहुत नज़दीक से देखा था. और इन सब घटनाओं को लेकर उनका नज़रियामहत्वपूर्ण ऐतिहासिक दस्तावेज है. काओ ने आधिकारिक रूप से कोई आत्मकथा नहीं लिखी.उन्होंने अपने संस्मरण कुछ रिकॉर्डिग्स के रूप में दर्ज़ किए थे. उनकी मृत्यु केबाद इन्हें ट्रांस्क्राइब करके 7 फ़ाइलों में बांटा गया. जिनमें से 4 फ़ाइल नेहरूस्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय, नई दिल्ली में रखे गए. इन चार फ़ाइलों में उनकाबचपन , IB में उनका काम, घाना मिशन, और एयर इंडिया प्रिन्सेस विमान दुर्घटना कीतहक़ीक़ात, ये सब दर्ज़ है. पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो देखिए.