भारतीय जनता पार्टी के हिमंत बिस्व सरमा ने 10 मई 2021 को असम के 15वें मुख्यमंत्रीके तौर पर शपथ ली. ये काफी हद तक प्रत्याशित भी था. लेकिन आप इसे अंडरप्ले नहीं करसकते. क्योंकि हिमंत का शपथ लेना नेशनल पॉलिटिक्स में नॉर्थ-ईस्ट की भूमिका केलिहाज से अहम होने वाला है. कहने वाले कहते हैं कि हिमंत बिस्व सरमा की राजनीति कातो ये पहला पड़ाव भर है. पिक्चर अभी बाकी है. कहने वाले कहते हैं कि अगर भाजपाबंगाल में न हारती तो मुमकिन है कि असम की कुर्सी भी हिमंत की न होती. चलिए, जानतेहैं हिमंत की कहानी, उनके सियासी उतार-चढ़ाव, उनके पॉलिटिकल किस्से..