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मनोहर लाल खट्टर से पेपर लीक पर सवाल हुआ, कांग्रेस की 'हिस्ट्री' सुना डाली

Haryana के पूर्व CM Manohar Lal Khattar ने इंटरव्यू में पेपर लीक पर बहुत कुछ बताया है

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manohar lal khattar poke openly on the allegations of paper leak against his government in lallantop
मनोहर लाल खट्टर ने अपनी सरकार पर लगे पेपर लीक के सवालों पर बारी-बारी से जवाब दिए. (फाइल फोटो-आजतक)
13 मार्च 2024 (Updated: 13 मार्च 2024, 09:07 IST)
Updated: 13 मार्च 2024 09:07 IST
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हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार में कई पेपर लीक हुए थे. साल 2021 की कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा हो या अक्टूबर 2023 में हुआ CET पेपर, लगातार विपक्ष पेपर लीक को लेकर सरकार पर हमलावर रहा. खट्टर के कार्यकाल के दौरान 28 बार पेपर लीक होने के आरोप लगे. मनोहर लाल खट्टर लल्लनटॉप के पॉलिटिकल शो ‘जमघट’ में आए और पेपर लीक के आरोपों पर बारी-बारी से जवाब दिया.

मनोहर लाल खट्टर का ये इंटरव्यू 5 मार्च, 2024 को लिया गया था, जब वो हरियाणा के मुख्यमंत्री थे. इसके बाद 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के CM पद से इस्तीफा दे दिया. मनोहर लाल खट्टर साल 2014 से 12 मार्च 2024 तक हरियाणा के CM रहे हैं.

Manohar Lal Khattar क्या-क्या बोले?

मनोहर लाल खट्टर ने 9 साल के कार्यकाल में 30 से ज्यादा पेपर लीक होने के आरोपों पर कहा,

‘पेपर लीक का एक बहुत बड़ा गैंग है. मै इससे इनकार नहीं करता. ये गैंग सालों से काम करता रहा है. इस गैंग में हरियाणा के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के लोग भी शामिल हैं. ये मल्टीपल लोगों का एक गिरोह है. ये पेपर लीक कांग्रेस के समय से हो रहा है. कांग्रेस के समय उसे पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये. कांग्रेस की मंशा ही नहीं थी कि पारदर्शिता के साथ लोगों को नौकरी दिलाई जाए.’

मनोहर लाल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग परीक्षा कराके कोर्ट जाते थे. वहां लम्बे समय से केस पेंडिंग में रहता था. जब कोई ठोस सबूत मिलता था, तभी पेपर कैंसिल होता था. कांग्रेस के समय एक भर्ती ऐसी हुई कि 1150 पोस्ट थीं. दो भर्तियों के अलग-अलग रिजल्ट निकाले गए. कुछ लोगों को हाई कोर्ट ने कहा कि इनको ज्वाइन कराओ कुछ को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इन्हें भी ज्वाइन कराओ. उस भर्ती में 1150 लोगों की जगह 1800 लोगों की भर्ती की गई.

कांग्रेस की 10 से 12 ऐसी भर्तियां थीं, जो रद्द हुईं. इनकी 2004 की एक भर्ती का कोर्ट से निर्णय 2016 में आया. बाद में हमने उस पर स्टे लगाया, जो आज भी कोर्ट में चल रहा है. उस समय भर्ती को लेकर स्थिति बहुत खराब थी. उस समय के एक मुख्यमंत्री ने पेपर लीक मामले में 10 साल की जेल की सजा भी काटी है. 

ओम प्रकाश चौटाला की सरकार का सपोर्ट करने को लेकर पूर्व सीएम ने कहा,

“उस समय हमने ओम प्रकाश चौटाला को सपोर्ट किया. हमने इसलिए उनका सपोर्ट किया, पॉलिटिकल एंटी कांग्रेस हमारा स्टैंड रहा है. कांग्रेस की सरकार नहीं आनी चाहिए. उसके अलावा कोई भी आए, हम उसका सपोर्ट करेंगे. हमने इसके लिए ओमप्रकाश चौटाला से विड्रॉ भी कर लिया. उसकी कमियों और गलतियों में हमारी भागीदारी नहीं है.”

पेपर लीक में कितनों को पकड़ा?

मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि हमारे समय में नकल और पेपर लीक का गैंग चलता रहा. पुलिस की भर्ती में हमने करीब 600 लोगों पर FIR करके पकड़ा. उन्हें पकड़ने के बाद लोगों में मैसेज गया कि पेपर लीक करना अब इतना आसान नहीं है. आजकल मोबाइल का जमाना है. कोई भी अंदर जाकर पेपर का फोटो खींच कर भेज सकता है. इसमें पेपर लीक करने वाला कोई भी हो सकता है. पानी पिलाने वाला या कोई और कर्मचारी.

अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई

मनोहर लाल ने आगे बताया कि हमें पेपर लीक के बारे में जैसे ही पता चलता था, हम पेपर तुरंत कैंसिल करा देते थे. हम कोर्ट का वेट नहीं करते. आज हरियाणा में ये वातावरण बना है कि अगर नौकरी करना है तो पढ़ाई करो. हरियाणा के युवकों को पढ़ाई करने के लिए एक प्रेरणा मिली है. पेपर लीक को रोकने के लिए हमारी सरकार और एजेंसियां हर संभव प्रयास कर रही हैं. उसी में हमने कई अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की. इसमें IAS, IPS, IFS जैसे अधिकारी शामिल हैं.

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