मंसूर अली खान पटौदी को देखने दूरबीन लेकर स्टेडियम जाती थीं जयललिता
जया के राजनीतिक और फिल्मी करियर के कुछ मौजूं किस्से, जो उनकी निजी जिंदगी के कुछ पहलू उजागर करते हैं.

'अम्मा' नहीं रहीं. 5 दिसंबर को देर रात उनके निधन की खबर आते ही पूरा तमिलनाडु शोक में डूब गया. इस मौके पर उनके राजनीतिक और फिल्मी करियर के किस्से मौजूं हैं, जो उनकी निजी जिंदगी के कुछ पहलू उजागर करते हैं. पढ़िए...
1. मंसूर अली खान पटौदी को देखने स्टेडियम जाती थीं जया

मंसूर अली खान पटौदी
सिनेमा में आने के बाद जया का ऐसे कई लोगों से वास्ता पड़ा, जिन्होंने जया को धोखा दिया. इसकी वजह से जया ने किसी पर भरोसा करना ही बंद कर दिया. उनकी ये आदत धीरे-धीरे उनकी पर्सनैलिटी बन गई और शायद उनके शादी न करने की भी यही वजह रही. लेकिन अपने शुरुआती दिनों में वकील और करोड़पति बनने का सपना देखने वाली जयललिता का क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी पर क्रश था. एक मौके पर उन्होंने खुद बताया था,
2. सिनेमाहॉल में अपनी ही पहली फिल्म नहीं देख पाई थीं जया'मैं दूरबीन लेकर मैच देखने जाती थी, जिससे मैं सिर्फ और सिर्फ पटौदी को देख सकूं.' सिमी ग्रेवल के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने नारी कॉन्ट्रैक्टर को पसंद करने की बात स्वीकार की थी. जया ने हॉलीवुड एक्टर रॉक हडसन की ढेर सारी तस्वीरें इकट्ठी कर रखी थीं. रॉक हडसन हॉलीवुड के उन स्टार्स में से हैं, जिनके पीछे लड़कियां पागल रहती थीं.

एक फिल्म में जयललिता
जयललिता ने 1965 में तमिल फिल्म 'वेन्नीरा अदाई' से डेब्यू किया था. इस फिल्म ने रिलीज होने से पहले ही इतिहास रच दिया था. इसे 'A' सर्टिफिकेट दिया गया था यानी इसे सिर्फ अडल्ट ही देख सकते थे. इससे पहले 1951 में किसी तमिल फिल्म को 'A' सर्टिफिकेट मिला था. फिल्म को सर्टिफिकेट देने वाले बोर्ड को फिल्म के एक गाने पर आपत्ति थी, जिसमें जया स्लीवलेस ब्लाउज और साड़ी में झरने के लिए डांस कर रही थीं.
'A' सर्टिफिकेट मिलने की वजह से खुद जया अपनी पहली फिल्म सिनेमा हॉल में नहीं देख पाई थीं, क्योंकि वो 17 साल की थीं. ये फिल्म हिट रही थी और सिनेमाघरों में 100 से ज्यादा दिनों तक लगी रही थी. जया को अच्छे रिव्यू मिले थे और रातों-रात एक स्टार पैदा हो चुका था.
3. बतौर मुख्यमंत्री जया को सार्वजनिक जगह पर नहाना पड़ा

1992 में जयललिता कुंबकोणम के महामकम फेस्टिवल में शामिल हुई थीं. इस आयोजन को साउथ इंडिया के कुंभ मेले के तौर पर देखा जाता है, जहां अलग-अलग घाट बांटे जाते हैं और श्रद्धालु नहाते हैं. परंपरा के तौर पर जयललिता को भी यहां नहाना था और उन्हें देखने के लिए भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में करीब 50 लोगों की मौत हो गई थी.
4. जब जया ने जूलरी पहनना बंद कर दिया

1997 में तमिलनाडु की DMK सरकार ने एक केस की जांच करवाते हुए जयललिता की सारी जूलरी जब्त करवा ली थी. आय से अधिक संपत्ति के मामले में जया के घर रेड डाली गई थी, जिसमें उनके घर से 750 जोड़ी सैंडिल, 800 किलो चांदी, 28 किलो सोना, 10 हजार से ज्यादा साड़ियां, 91 घड़ियां और 44 एसी मिले थे. ये सब कुछ जब्त कर लिया गया था.
इससे जया इतनी नाराज हो गईं कि उन्होंने कभी भी जूलरी न पहनने का फैसला कर लिया. इसके बाद 14 सालों तक उन्होंने कभी कोई जूलरी नहीं पहनी. 2011 में जब वो पूरी ताकत के साथ सत्ता में आईं, तो पार्टी कार्यकर्ताओं के आग्रह पर उन्होंने दोबारा जूलरी पहनी. ये एक छोटा सा उदाहरण है इस बात का कि जया किततनी दृढ़ हो सकती थीं.
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