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फेंटेनाइल: ट्रंप के टैरिफ वॉर के पीछे है ये पेनकिलर जो US के लिए सिरदर्द बन गया

Fentanyl controversy Explained: फेंटेनाइल को लेकर अमेरिका अक्सर कनाडा, मैक्सिको के साथ-साथ चीन पर हमलावर रहता है. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी इसे लेकर चिंता जताई है.

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Fentanyl crisis Trump tariffs
फेंटानिल को लेकर हो रही राजनीति की पूरी कहानी. (फ़ोटो - AP)
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हरीश
7 फ़रवरी 2025 (Updated: 7 फ़रवरी 2025, 07:08 PM IST) कॉमेंट्स
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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राष्ट्रपति पद क़बूलने से पहले ही टैरिफ़ का राग अलापना शुरू कर दिया था. 3 फ़रवरी को वो धमकियों से एक क़दम आगे बढे. और, एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन भी कर दिया. इस ऑर्डर के तहत तीन देश लपेटे में आए. लेकिन इन देशों से नाराज़गी की वजह बहुत अलग थी. इसका वैध अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से कोई लेना-देना था नहीं. क्या थी ये वजह?- एक पेनकिलर. नाम है इसका, फ़ेंटेनाइल (Fentanyl). है तो ये एक पेनकिलर-मुख्य काम है दर्द मिटाना. लेकिन अमेरिकी लोग इसे जिस काम में लाते हैं, उसमें ये हेरोइन से भी कई गुना आगे है. आंकड़े बताते हैं कि 2022 में अमेरिका में फ़ेंटेनाइल ओवरडोज से क़रीब 83,000 लोगों की मौत हुई. 

वही फेंटेनाइल, जिसे लेकर अमेरिका अक्सर कनाडा, मैक्सिको के साथ-साथ चीन पर हमलावर रहता है. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी इसे लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि कनाडा में 'सीमा पार से फेंटेनाइल की तस्करी में भारी बढ़ोतरी देखी गई है.' वहीं, बीते दिनों जब चीन ने अमेरिकी टैरिफ़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी, तो इसे अमेरिका की समस्या बताया था.

ऐसे में जानेंगे कि आख़िर ये फेंटेनाइल है क्या, और इसे लेकर अमेरिका के आरोप क्या-क्या हैं? साथ ही, ये भी बताएंगे कि इन देशों ने अमेरिका के आरोपों पर जवाब क्या दिया है.

Fentanyl है क्या?

दरअसल, फेंटेनाइल एक पेनकिलर है. फेंटेनाइल ड्रग्स को अमेरिका के सेंटर फ़ॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDCP) ने एक सिंथेटिक ओपिऑइड बताया है. यानी वो केमिकल, जो दिमाग़ के ख़ास हिस्से पर काम करते हुए दर्द को मैनेज करने में मदद करता है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि ये हेरोइन से 50 गुना ज़्यादा और मॉर्फिन से 100 गुना ज़्यादा स्ट्रॉन्ग होता है. इसका उत्पादन बहुत आसान और सस्ता होता है.

लकिन अब, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ये 18 से 45 साल की उम्र के लोगों में मौत का प्रमुख कारण है. रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के आंकड़े बताते हैं कि 2022 में अमेरिका में ओपिऑइड ओवरडोज से करीब 83,000 लोगों की मौत हुई. जिनमें से अधिकांश फेंटेनाइल और अन्य अत्यधिक शक्तिशाली सिंथेटिक पदार्थों के कारण हुई.

फेंटेनाइल कोई नई दवा नहीं है. इसका इस्तेमाल अमेरिका में 1960 से नसों में एनेस्थेटिक के तौर पर किया जाता रहा है. येल मेडिसीन की रिसर्च रिपोर्ट बताती है कि कैंसर और दूसरी बीमारियों और चोटों से होने वाले गंभीर और पुराने दर्द के इलाज के लिए डॉक्टर इसे आज भी सजेस्ट करते हैं. लेकिन फेंटेनाइल अब सिर्फ़ दवा कंपनियों की तरफ़ से नहीं बनाई जा रहीं. बल्कि ये ड्रग कार्टेल और अन्य संस्थाओं से भी आने लगा है. इसे अवैध रूप से भी बनाया जाता है और क्रिमिनल गैंग्स इसे ख़रीदते-बेचते हैं. फेंटेनाइल की उपलब्धता बढ़ने की वजह अमेरिका अक्सर चीन, मैक्सिको और कनाडा समेत कई देशों पर लगाता है.

Fentanyl China कनेक्शन

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि फेंटेनाइल में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स चीन से आते हैं. अमेरिका लंबे समय से चीन पर घातक फेंटेनाइल व्यापार पर आंखें मूंदने का आरोप लगाता रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अमेरिकी एजेंसियों का आरोप है कि चीन, अमेरिका में तस्करी किए जाने वाले सभी फेंटेनाइल-संबंधित पदार्थों का मुख्य स्रोत है.

आरोपों के मुताबिक़, दवाओं की सीधे अंतरराष्ट्रीय कूरियर सर्विस के ज़रिए आपूर्ति के बजाय, पहले उसके रासायनिक घटकों को चीन से मैक्सिको भेजा जाता है. जहां उन्हें फेंटेनाइल में बनाया जाता है. फिर इसकी तस्करी की जाती है.

हालांकि, चीन इन आरोपों से इनकार करता है. बीते दिनों जब अमेरिका ने चीन पर 10% टैरिफ़ बढ़ाया, तो चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी थी. तब वैसे तो ज़्यादातर मामलों में चीन ने शांत लहजा रखा था. लेकिन चीन का सबसे तीखा विरोध फेंटेनाइल ड्रग्स के मुद्दे पर था. बयान में कहा गया,

फेंटेनाइल ड्रग्स अमेरिका की समस्या है. चीन ने इस मामले पर अमेरिका के साथ पूरा सहयोग किया है. इसके अच्छे नतीजे भी देखने को मिले हैं.

इसके अलावा, चीन के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अमेरिका को ‘चीन की सद्भावना’ को हल्के में नहीं लेना चाहिए.

Fentanyl Canada कनेक्शन 

अमेरिका का ये भी कहना है कि मैक्सिकन गैंग्स कनाडा में फेंटेनाइल लैब चला रहे हैं. ट्रंप ने तीनों देशों पर टैरिफ़ लगाने वाले जिस एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया, उसमें कनाडा पर भी फेंटेनाइल तस्करी का आरोप लगाया गया था. ट्रंप ने अवैध फेंटेनाइल आयात के बारे में बात करते समय कनाडाई सीमा और मैक्सिकन सीमा को एक साथ जोड़ दिया. वहीं, जनवरी में अपने शपथ ग्रहण के अगले दिन उन्होंने कहा, ‘मैक्सिको के साथ-साथ कनाडा के माध्यम से आने वाला फेंटेनाइल बहुत ज़्यादा है.’

लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री का तर्क है कि अमेरिका में आने वाले फेंटेनाइल का 1% से भी कम हिस्सा उनके देश से आता है. वहीं, कनाडा की सीमा एजेंसी में ख़ुफिया और प्रवर्तन के उपाध्यक्ष आरोन मैकक्रॉरी ने दिसंबर 2024 में भी इसे लेकर एक इंटरव्यू में बात की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था,

अमेरिका में फेंटेनाइल की तस्करी का स्तर घटता-बढ़ता रहता है. लेकिन अभी हमारा आकलन है कि हम किसी भी तरह से कनाडा, अमेरिका में जाने वाले फेंटेनाइल का महत्वपूर्ण सोर्स नहीं है. अमेरिका पहुंचने वाले फेंटेनाइल का बड़ा हिस्सा, मैक्सिको से पहुंचता है.

Fentanyl Mexico कनेक्शन

इन सबमें मेक्सिको की क्या भूमिका है? अमेरिकी अधिकारी फेंटेनाइल की सप्लाई के लिए मैक्सिकन ड्रग गैंग्स को दोषी ठहराते हैं. अमेरिका का आरोप है कि मैक्सिको की सरकार इन गिरोहों से मिली हुई है.

इन आरोपों पर सीधे मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने जवाब दिया था. जब मैक्सिको पर टैरिफ़ लगाने की घोषणा अमेरिका ने की, तो उन्होंने कहा था कि अमेरिका की सरकार और उसकी एजेंसियां ​​अपने देश में फेंटेनाइल की खपत के बारे में बात करना चाहते हैं, तो वो पहले अपने प्रमुख शहरों की सड़कों पर नशीली दवाओं की बिक्री को रोक लें. जो वो नहीं करते.

आंकड़े क्या कहते हैं?

अमेरिका की तरफ़ से जब भी फैंटेनाइल तस्करी के आरोप लगाए जाते हैं, तो इसमें मैक्सिको के साथ-साथ कनाडा और चीन पर भी आरोप लगाए जाते हैं. लेकिन कई जानकारों का दावा है कि ये आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर बताए जाते हैं. अमेरिकी मीडिया संस्थान CNN ने बीते दिनों डॉनल्ड ट्रंप के कई दावों का फ़ैक्ट चेक किया था. इसी में फैंटेनाइल की तस्करी को लेकर भी आंकड़ा दिया गया. इनमें अमेरिकी सरकार के ही संघीय आंकड़ों का हवाला दिया गया.

इन आंकड़ों के मुताबिक़, अमेरिकी सीमा पर फेंटेनाइल की ज़ब्ती का सिर्फ़ 0.2% हिस्सा कनाडाई सीमा से आता है. अमेरिकी सीमा अधिकारियों ने 2024 वित्तीय वर्ष में 21,889 पाउंड फेंटेनाइल ज़ब्त किया था. इनमें से सिर्फ़ 43 पाउंड कनाडाई सीमा पर ज़ब्त किए गए यानी क़रीब 0.2 ही. वहीं, मैक्सिकन सीमा पर 21,148 पाउंड जब्त किए गए. जो लगभग 96.6% है.

वहीं, एक आंकड़ा वित्तीय वर्ष, 2024-25 की एक और तिमाही का भी है. बात अक्टूबर 2024 से दिसंबर 2024 की है. इस दौरान अमेरिकी सीमा अधिकारियों द्वारा ज़ब्त किए गए 4,537 पाउंड फेंटेनाइल में से, 10 पाउंड यानी लगभग 0.2%, कनाडाई सीमा पर ज़ब्त किए गए थे. जबकि 4,409 पाउंड यानी लगभग 97.2%, मैक्सिकन सीमा पर ज़ब्त किए गए थे.

कुल मिलाकर वित्तीय वर्ष, 2024 में कनाडाई सीमा पर ज़ब्त किए गए फेंटेनाइल की मात्रा में बढ़ोतरी तो हुई है. क्योंकि वित्तीय वर्ष 2023 में वहां सिर्फ 2 पाउंड फेंटेनाइल ज़ब्त किए गए थे और वित्तीय वर्ष 2022 में 14 पाउंड ज़ब्त किए गए थे. ज़ाहिर है फेंटेनाइल की थोड़ी मात्रा भी घातक हो सकती है. लेकिन ये उन आंकड़ों से मेल नहीं खाते, जिनका ज़िक्र डॉनल्ड ट्रंप करते हैं.

वीडियो: दुनियादारी: क्या चीन, मेक्सिको, कनाडा से अमेरिका का ट्रेड वॉर होगा? ट्रंप टैरिफ़ क्यों लगा रहे हैं?

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